बेतला नेशनल पार्क के साथ राष्ट्र के सभी नेशनल पार्क किये गये बंद
पलामू: जिला मुख्यालय डाल्टनगंज से 25 किलोमीटर दूर है बेतला नेशनल पार्क। पलामू आने के बाद सैलानी एकबार बेतला नेशनल पार्क घूमने जरूर जाते हैं। यहां जाने के लिए बस, टेंपू भी सरलता से मिल जाते हैं। मगर 30 सितंबर तक बेतला नेशनल पार्क के साथ राष्ट्र के सभी नेशनल पार्क बंद कर दिए गए हैं। अब तीन महीने बाद सैलानियों के लिए पार्क खोले जाएंगे। बेतला नेशनल पार्क में अब 3 महीने तक घूमने की पाबंदी रहेगी। इसके लिए वन प्रबंधक ने बेतला नेशनल पार्क के मेन गेट और महत्वपूर्ण जगहों पर नोटिस चिपकवाया है। इस दौरान रख रखाव के उद्देश्य से केवल विभागीय गाड़ी और वनकर्मियों को जाने की अनुमति है।
पलामू टाइगर रिजर्व (PTR) के डिप्टी डायरेक्टर प्रजेश जैना ने लोकल 18 को बताया कि गवर्नमेंट के आदेश पर हर साल तीन महीने के लिए सभी नेशनल पार्क बंद किए जाते हैं। इसके पीछे दो-तीन कारण हैं। पहला कि यह प्राणियों का प्रजनन काल होता है। इस दौरान उन्हें एकांत मिले। दूसरा कारण कि मॉनसून की वजह से पार्क के अंदर की कच्ची सड़क खराब हो जाती है। जिससे गाड़ी फंसने की संभावना बढ़ जाती है। जिससे जंगल में सैलानियों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। तीसरा कि एकाएक मौसम बिगड़ने से जंगल के अंदर सैलानियों पर खतरा हो सकता है। इन तीन महीने के अंदर पार्क के अंदर रख रखाव, साफ सफाई का काम कराया जाता है। एक और कारण ये भी है कि मॉनसून के दौरान प्रकृति अपने अनुकूल परिवर्तन करती है। मॉनसून आने से पर्यावरण में परिवर्तन आता है। जिसके बाद चारो तरह हरियाली छा जाती है। वहीं वन विभाग भी सैलानियों को आकर्षित करने के लिए खास प्रबंध की तैयारियों में जुटता है।हर साल आते हैं 50,000 पर्यटक
डिप्टी डायरेक्टर प्रजेश जैना ने ये भी बताया कि पीटीआर झारखंड का पहला टाइगर रिजर्व है, जो ओपन पार्क है। इसकी सीमा छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और बिहार से जुड़ी है। पिछले साल से अबतक 50,000 के करीब पर्यटक पार्क घूमने आ चुके हैं। हालांकि सभी पर्यटकों का आंकड़ा रखने की प्रबंध नहीं है, जिस कारण पर्यटकों की संख्या आंकड़ा बताना संभव नही है। मगर अनुमानित 50,000 पर्यटक पार्क में घूमने आते हैं। इस साल पर्यटकों का आंकड़ा बढ़ाने के लिए खास प्रबंध करने को प्रयास करेंगे।
पलामू टाइगर रिजर्व का क्षेत्र नेतरहाट तक फैला हुआ है। निश्चित रूप से वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में एक अलग आनंद आपको देखने को मिलता है। मगर प्रकृति की ऐसी ऐसी खूबसूरती और नजारा का आनंद आप बरसात में भी उठा सकते हैं। प्रजेश जैना ने ये भी बताया है कि पाबंदी केवल नेशनल पार्क में लगी हुई है। मगर पीटीआर क्षेत्र में और भी कई पर्यटक स्थल हैं, जहां लोग घूमने जा सकते हैं। पीटीआर क्षेत्र में जंगल के बीच से गुजरे राजमार्ग से भी घूमकर लोंगो को अलग अहसास होगा। साथ ही आसपास में पलामू किला, कमलदह झील, केचकि संगम स्थल, मंडल डैम, सुगा बांध, मिरचैया फॉल, समेत कई और घूमने की जगहें हैं, जहां पर्यटक इन महीनो में घूम सकते हैं। प्रकृति और झरने का आनंद उठा सकते हैं।