झारखंड

ड्रोन तकनीक के लिए बंगलुरू के स्टार्टअप के साथ किया करार, अब ड्रोन के जरिए ये काम करेगा

Gulabi Jagat
27 July 2022 1:42 PM GMT
ड्रोन तकनीक के लिए बंगलुरू के स्टार्टअप के साथ किया करार, अब ड्रोन के जरिए ये काम करेगा
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बंगलुरू के स्टार्टअप के साथ किया करार
Jamshedpur: टाटा स्टील ने प्रभावी खनन प्रबंधन के लिए गत 22 जुलाई को बंगलुरू स्थित स्टार्टअप आरव अनमैन्ड सिस्टम (एयूएस), के साथ समझौता किया. यह स्टार्ट अप एंड-टू-एंड ड्रोन समाधान प्रदाता है. इस सहयोग का मकसद संयुक्त रूप से सस्टेनेबल और संपूर्ण एकीकृत समाधान विकसित करना और उसकी पेशकश करना है जो ओपन कास्ट खनन कार्यों की दक्षता, सुरक्षा और उत्पादकता पर ध्यान केंद्रित करेगा. टाटा स्टील, भारत में विभिन्न स्टॉक और खनन स्थानों में टाटा स्टील समूह की कंपनियों को माइन एनालिटिक्स और जियो-टेक्निकल मैपिंग सहित विशेष ड्रोन-आधारित समाधान प्रदान करने के लिए एयूएस के साथ संयुक्त रूप से काम करेगी.
खनन प्रक्रिया को नये तरह से परिभाषित कर पाएंगे-सुंदरम
डीबी सुंदरा रमम, वाइस प्रेसीडेंट, रॉ मटेरियल्स, टाटा स्टील ने कहा कि हम एयूएस के साथ एक बार फिर से काम करने के लिए उत्साहित हैं. इस बार लंबी अवधि के लिए और सतत विकास के व्यापक दृष्टिकोण के साथ. हम ड्रोन डेटा और पर्याप्त एनालिटिक्स का उपयोग करके मुख्य खनन प्रक्रियाओं जैसे कि अन्वेषण और खनन योजना को फिर से परिभाषित करने में अपार संभावनाएं देखते हैं.ये एंड टू एंड खनन समाधान किफायती हैं, कम ऑन-फुट अन्वेषण आवश्यकताओं की मांग करते हैं और उत्पादन, दक्षता और साइट की सुरक्षा में सुधार करते हैं. हम अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई टाटा स्टील इंडस्ट्रियल कंसल्टेंसी लिमिटेड से एक पेशेवर समाधान के रूप में दुनिया की बाकी खनन कंपनियों को अपने ज्ञान और अनुभव की पेशकश करना चाहते हैं.
टाटा स्टील, सस्टेनेबल माइनिंग के लिए प्रतिबद्ध
एक वैश्विक और विविधतापूर्ण खनन कंपनी के रूप में टाटा स्टील अपने सभी ग्लोबल ऑपरेशंस में सस्टेनेबल माइनिंग सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके सभी प्रमुख खनन स्थल ईएमएस आईएसओ 14001, अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण प्रबंधन मानक के तहत प्रमाणित हैं. टाटा स्टील ने एक समग्र बिज़नेस मॉडल भी अपनाया है जो स्टील वैल्यू चेन सहित संपूर्ण वैल्यू चेन पर नजर रखता है. कैप्टिव माइनिंग से डाउनस्ट्रीम स्टील बिजनेस और रॉ मैटेरियल वैल्यू चेन तक. क्रोम और मैंगनीज ओर के माइनिंग से लेकर फेरो-अलॉय के उत्पादन और बिक्री तक और अन्य व्यवसाय जैसे उपकरण निर्माण, बियरिंग और कृषि उपकरण निर्माण आदि. कंपनी सरकार के "आत्मनिर्भर भारत" कार्यक्रम से उत्पन्न अवसरों का लाभ उठाने और एक सस्टेनेबल माइनिंग व्यवसाय का निर्माण कर वर्ष 2030 के बाद के वर्षों में कैप्टिव रॉ मैटेरियल्स की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नियामक परिवर्तनों का लाभ उठाने की भी इच्छा रखती है.
नोआमुंडी को फाइव स्टार रेटिंग
टाटा स्टील की नोआमुंडी आयरन माइन को भी हाल ही में वर्ष 2020-21 के लिए सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए 5-स्टार रेटिंग दी गई है. यह लगातार छठीं बार है जब नोआमुंडी माइन को यह सम्मान मिला है.
रीयल टाइम डेटा प्राप्त किया जा सकता है
खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी टाटा स्टील ने कुछ साल पहले वैल्यू चेन में अपने खनन कार्यों को डिजिटल बनाने में लीडिंग प्लेयर बनने के लिए अपना विज़न तैयार किया था. डिजिटलाइजेशन रीयल-टाइम डेटा और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके लक्षित रणनीतियों के विकास को सक्षम बनाता है, विफलता की भविष्यवाणी करने के लिए विज़ुअलाइज़ेशन और डिसिज़न मैट्रिक्स टूल्स प्रदान करता है, शेड्यूलिंग और सामग्री प्रवाह के अनुकूलन में मदद करता है और क्वालिटी डेटा की ऑनलाइन निगरानी के माध्यम से लाभकारी संयंत्रों की क्षमता में सुधार करता है. यह, संयंत्र और ऑपरेटर के प्रदर्शन की रियल टाइम मॉनिटरिंग और कैपिटल इंटेंसिव माइनिंग उपकरणों के माध्यम से उत्पादकता में सुधार करने में भी मदद करता है.
स्टील कंपनियों के साथ काम करता है एयूएस
एयूएस अपने खनन कार्यों को आधुनिक बनाने के लिए अत्याधुनिक ड्रोन तकनीक प्रदान करने के लिए इस्पात क्षेत्र की दिग्गज कंपनी के साथ मिलकर काम कर रहा है. यह नवीनतम अनुबंध माइंस की दक्षता, सुरक्षा और उत्पादकता में सुधार के लिए रिमोट माइन मॉनिटरिंग का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित करेगा.
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