झारखंड

होली में बीमार कर सकता है मिलावटी तेल

Admindelhi1
18 March 2024 7:18 AM GMT
होली में बीमार कर सकता है मिलावटी तेल
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कारोबारी भी इस त्योहार में ज्यादा मुनाफा कमाने की तैयारी में जुट गए

धनबाद: होली यानी खाने खिलाने का त्योहार। घरों में तरह तरह के व्यंजन बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। कारोबारी भी इस त्योहार में ज्यादा मुनाफा कमाने की तैयारी में जुट गए हैं। बाजार में मिलावटी खाद्य तेल के आने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। यह मिलावटी तेल आपको बीमार कर सकता है। खाद्य सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों की मानें तो त्योहारों में तेल, घी, रिफाइन की खपत काफी बढ़ जाती है। ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए इसमें कई तरह की मिलावट होती है। इनके सौंपलों की जांच में ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। सरसों का तेल महंगा होने से उसमें कई प्रकार के सस्ते तेल की मिलावट की जाती है।

त्योहारों में बढ़ जाती है मांग तेल कारोबारियों की मानें तो जिला में औसतन 100 टल खाद्य तेल की खपत होती है। इसमें सरसों तेल, रिफाइन आदि होता है। त्योहारों में इसकी मांग डेढ़ से दोगुना हो जाती है। यानी खपत 150 से 200 टन पर पहुंच जाती है। ये होती है मिलावट आमतौर पर सरसों तेल में पाम ऑयल, आर्जीमोन तेल, राइस ब्रॉन तेल (चावल की भूसी से बना तेल), रेपसीड आदि की मिलावट की जाती है। कइटया एक कटीला पौधा होता है जिसकी फली सरसो के दानों की तरह होती है। इसी से मिलावटी की जाती है।

ऐसे करें शुद्धता की जांच:

● गंध से - सरसों का तेल तीक्ष्ण गंध का होता है। सूंघने पर नाक में जलन महसूस होती है। मिलावट होने पर ऐसा नहीं होता।

● फ्रिज में रखकर - सरसों का तेल नहीं जमता। फ्रिज में यदि इसके उपर परत जम जाए तो इसमें पॉम आयल या किसी अन्य चीज की मिलावट हुई है।

● रंग से - सरसों तेल का रंग गाढ़ा पीला (कालापन लिए हुए) होता है। मिलावटी तेल हल्के पीले रंग का होता है।

● हथेलियों पर रगड़ कर - सरसों तेल को हथेली पर गड़ने से कोई रंग नहीं छूटता। मिलवटी तेल में पीले या कुछ अन्य रंग आ जाते हैं।

- नाइट्रिक एसिड से - सरसों तेल में नाइट्रिक एसिड मिलाकर गर्म करने पर उसके रंग अंतर नहीं आता। अंतर आने पर मिलावट है।

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