झारखंड

आदित्यपुर : विभिन्न मांगों को लेकर अमलगम स्टील कंपनी के कामगारों ने किया गेट जाम

Renuka Sahu
3 Sep 2022 5:58 AM GMT
Adityapur: Amalgam Steel Company workers jammed the gate for various demands
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न्यूज़ क्रेडिट : lagatar.in

कांड्रा स्थित अमलगम स्टील एंड पावर लिमिटेड कंपनी के कामगारों ने विभिन्न मांगों को लेकर शनिवार सुबह 6 बजे से कंपनी गेट जाम कर दिया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कांड्रा स्थित अमलगम स्टील एंड पावर लिमिटेड कंपनी के कामगारों ने विभिन्न मांगों को लेकर शनिवार सुबह 6 बजे से कंपनी गेट जाम कर दिया है. वहीं, प्रभावित विस्तावित समिति के सदस्यों का नेतृत्व पूर्व जिला परिषद सदस्य सुधीर महतो कर रहे हैं. काफी संख्या में कामगार कंपनी गेट पर जमा है और प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं. कामगारों का नेतृत्व कर रहे सुधीर महतो ने कहा कि कंपनी प्रबंधन ने कांड्रा क्षेत्र के विकास के लिए असंवेदनशील रवैया अपना रखा है. कंपनी आज तक इस दिशा में कोई अहम कदम नहीं उठा रही है. कई बार विभिन्न तरह के विकास कार्य को पूर्ण करने के लिए कंपनी प्रबंधन को आवेदन दिया गया. लेकिन स्थानीय लोगों और कामगारों के आवेदन को कंपनी ठंडे बस्ते में डाल देती है.

स्थानीय क्षेत्र के विकास को कंपनी कर रही अनदेखा : सुधीर महतो
उन्होंने कहा कि कंपनी अपने सीएसआर फंड के तहत गम्हरिया व अन्य क्षेत्रों में खर्च करती है. लेकिन स्थानीय क्षेत्र का विकास करने का वादा कर चुकी कंपनी हमेशा क्षेत्र के विकास को अनदेखा करती है. कुछ दिन पूर्व झारखंड के लोकप्रिय और पारंपरिक करम पूजा को लेकर स्थानीय लोगों ने कार्यक्रम स्थल के जीर्णोद्धार की मांग प्रबंधन से की थी. लेकिन प्रबंधन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया. जबकि कांड्रा ग्लास फैक्ट्री बंद होने के बाद ग्रामीणों ने अपनी जमीन इस कंपनी की स्थापना के लिए कौड़ियों के भाव में दे दी थी. बदले में कंपनी ने कांड्रा और आसपास के समूचे क्षेत्र में विकास की गंगा बहाने का वादा किया था, जिससे आज प्रबंधन मुकर गया है.
मृत कामगार मेघनाथ कालिंदी के परिवार को अब तक नहीं दिया गया सेटलमेंट
उन्होंने कहा कि कंपनी की स्थापना से स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी थी कि कंपनी लगने से कांड्रा क्षेत्र का विकास होगा सभी को रोजगार मुहैया कराया जाएगा. लेकिन कंपनी द्वारा कभी भी कांड्रा क्षेत्र का विकास, जमीन दाताओं को नौकरी, पठन- पाठन के लिए स्कूल, चिकित्सा के लिए अस्पताल की सुविधा उपलब्ध कराने की पहल नहीं की गई. इसका परिणाम है कि आज कामगारों को मजबूरन कंपनी के गेट पर बैठने को विवश होना पड़ा है. इसके अलावा पिछले दिनों दुर्घटना में मृत हुए कामगार मेघनाथ कालिंदी के परिवार को भी अभी तक सेटलमेंट का लाभ नहीं दिया गया है. इससे कंपनी का कामगारों के प्रति उदासीन रवैया स्पष्ट नजर आता है.
ये हैं शामिल
विदित हो कि कंपनी गेट में जमा कामगारों में आक्रोश देखा जा रहा है और उनका कहना है कि जब तक प्रबंधन अपना रवैया स्पष्ट नहीं करता है तब तक कंपनी का गेट जाम रखा जाएगा. जाम करने वालों में मुख्य रूप से सुधीर चंद्र महतो, मनोज महतो, विनय महतो, रामाकांत महतो, विजय महतो,राम महतो, राजकिशोर महतो, सतीश कालिंदी, रामपदो कालिंदी, कृष्णा मंडल, विनय आचार्या, विशाल यादव, मनीष प्रसाद, रोशन गुप्ता, विक्रम आचार्या, कमारिया महतो के साथ-साथ सैकड़ों कामगार शामिल हैं.
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