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अवैध उत्खनन के दौरान हादसा
धनबाद: कोयलांचल धनबाद में अवैध कोयला कारोबार का बदस्तूर जारी है. जिला में अवैध कोयला खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है, न ही इस अवैध कारोबार को रोकने को लेकर पुलिस, बीसीसीएल या ईसीएल की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई की जा रही है. यही कारण है कि हाल के एक दो महीने में ही अवैध कोयला खनन से कई दुर्घटना हुई और उससे दर्जनों मौत हो चुकी है. इतने मौत के बाद न तो मजदूर कोई सबक ले रहे हैं, न ही प्रशासन इसपर लगाम लगाने का कोई प्रयास कर रही है. ताजा मामला धनबाद के निरसा का है, जहां एक बार फिर अवैध उत्खनन के दौरान हादसा हुआ और उसमें तीन की मौत हो गई.
घटना को छिपाने की पूरी कोशिश: मामला निरसा थाना क्षेत्र के ईसीएल कापासारा आउटसोर्सिंग का है, जहां सोमवार की दोपहर करीब 3 बजे यह घटना हुई थी. जहां अवैध उत्खनन के दौरान चाल गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए. अवैध कोयला करोबारी, पुलिस प्रशासन और ईसीएल प्रबंधन ने इस घटना को छिपाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन, देर रात निरसा पूर्व विधायक अरूप चटर्जी को इसकी सूचना मिल गई. जिसके बाद उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया गया. इस दौरान पूर्व विधायक माइंस के अंदर भी गए और माइंस के अंदर का नजारा देख वे दंग रह गए. पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि अवैध खनन में तीन से अधिक मौत हुई है. सभी बंगाल के मजदूर हैं. हालंकि, ईसीएल, आउटसोर्सिंग प्रबंधन व स्थानीय प्रशासन ने ऐसी किसी प्रकार की घटना से इनकार कर जांच की बात कर रही है.
क्या कहते हैं पूर्व विधायक: निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि निरसा के दहीबाड़ी, कापासारा, गोपीनाथपुर, डुमरीजोड़ सहित अन्य स्थानों में लगातार अवैध कोयला खनन हो रहा है. कोयला को डिपो, भट्टे में पहुंचाया जाता है. बीते एक से दो महीनों में अवैध खनन के दौरान 200 से अधिक मौतें हुई हैं. उन्होंने कहा अगर सही से रेस्क्यू किया जाए तो अब भी माइंस के अंदर से कई शव मिल सकते हैं.
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