पांच मेडिकल कॉलेजों में एसोसिएट प्रोफेसर के 89 और प्रोफेसर के 72 पद खाली पड़े
राँची न्यूज़: राज्य में संचालित मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटें बचाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग रेस हो गया है. प्रोफेसर एवं एसोसिएट प्रोफेसरों की कमी के कारण राज्य के मेडिकल कॉलेजों पर नेशनल मेडिकल काउंसिल की लटकती तलवार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षकों की अत्यावश्यक रिक्तियों को भरने का प्रयास शुरू कर दिया है.
इसके तहत स्वास्थ्य विभाग ने एनएमएमसीएच (धनबाद), एमजीएमसीएच (जमशेदपुर), फूलो झानो मेडिकल कॉलेज (दुमका), मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज (पलामू) एवं शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज (हजारीबाग) में प्रोफेसर एवं एसोसिएट प्रोफेसरों के 161 पदों (एसोसिएट प्रोफेसर 89 एवं प्रोफेसर 72) पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई है.
स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव आलोक त्रिवेदी के अनुसार सभी पदों पर संविदा के आधार पर नियुक्ति की जाएगी. मंत्री परिषद के निर्णय के अनुसार प्रोफेसर को 2.5 लाख एवं एसोसिएट प्रोफेसर को 2 लाख मानदेय दिया जाएगा. संविदा आधारित चिकित्सा शिक्षकों के लिए अधिकतम उम्र सीमा सभी वर्गों के लिए 70 वर्ष होगी. संविदा आधारित सेवाएं अधिकतम 02 वर्ष अथवा नियमित नियुक्ति/प्रोन्नति, जो पहले हो, तक अथवा 70 वर्ष की आयु तक होगी. 02 वर्ष की संविदा अवधि समाप्त होने पर परफॉरमेंस के आधार पर एक बार में एक वर्ष के लिए सेवा विस्तार वित्त विभाग की सहमति से किया जाएगा.