जमशेदपुर न्यूज़: पूर्वी सिंहभूम जिले में पांच और प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्द्र खुलने वाले हैं. ये पांचों केन्द्र जिले के ग्रामीण क्षेत्र के सहकारिता विभाग के लैम्पस में खोले जाएंगे. केन्द्र सरकार के सहकारिता मंत्रालय ने इसके लिए पहल की है.
इसके आलोक में राज्य के सहकारिता विभाग ने निबंधक सहयोग समितियां को पत्र लिखकर 31 जुलाई से पहले जिला वार पांच-पांच लैम्पस की सूची मांगी है. उनके निर्देश पर जिला सहकारिता पदाधिकारी ने धालभूम व घाटशिला के सहायक निबंधकों से अनुमंडल वार तीन-तीन योग्य लैम्पस की सूची मांगी है. सहकारिता मंत्रालय ने प्रधानमंत्री के सोच को साकार करने के उद्देश्य से सभी लैम्पस और पैक्स को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य व ग्रामीण क्षेत्र में किफायती दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को यह योजना शुरू की है.
इन जन औषधि केन्द्रों के माध्यम से ग्रामीण जनता को जेनरिक दवाएं बेची जाएंगीं, जो 90 प्रतिशत तक सस्ती होती हैं. इस योजना के तहत लैम्पस दवा विक्री के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. 31 जुलाई के पहले इन लैम्पस के नाम तय करने हैं क्योंकि अगस्त में प्रधानमंत्री इनका उद्घाटन करेंगे.
सिर्फ सदर अस्पताल में है जन औषधि केन्द्र
सरकारी स्तर पर सिर्फ सदर अस्पताल में जन औषधि केन्द्र है. हालांकि निजी स्तर पर साकची रामलीला मैदान, टेल्को राम मंदिर, सोनारी, मानगो के ओल्ड पुरुलिया रोड और बागबेड़ा बड़ौदा घाट रोड आदि जगहों पर जेनरिक दवा केन्द्र खोले गए हैं.
जिले में हैं 228 लैम्पस
पूर्वी सिंहभूम जिले में कुल 231 पंचायत जबकि 228 लैम्पस हैं. हालांकि इनमें से करीब 40 ही सक्रिय लैम्पस हैं. केन्द्र सरकार की योजना लैम्पस की आय बढ़ाना है, ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर किसानों को लाभान्वित कर सकें.
हालांकि लैम्पस की बड़ी समस्या कर्मचारियों की कमी है.