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धनबाद (Dhanbad) धनबाद से टाटा को जोड़ने वाले रेल मार्ग पर छाताकुल्ही गांव में अंडरपास की मिट्टी धंसने से 4 मजदूरों की मौत के मामले में 14 दिनों बाद अब इंक्वायरी मंगलवार 26 जुलाई को शुरू हो गई है. इंक्वायरी ऑफिसर रेलवे के सीनियर डीईएन इस्टेट राकेश कुमार ने मृत मजदूरों के परिवार के सदस्यों के साथ चश्मदीद को भी बुलाया. उनका बयान दर्ज किया. मिट्टी धंसने की घटना में मौत को मात देकर बचे छोटू नाथ महतो से पूरी जानकारी ली गई.
इंक्वायरी ऑफिसर ने दर्ज किया बयान
घटनास्थल पर कितने लोग काम कर रहे थे, ठेकेदार के साथ घटनास्थल पर और कौन-कौन मौजूद था, तमाम जानकारियों के साथ चश्मदीद का बयान दर्ज किया गया. मृत मजदूरों के परिवार के सदस्यों के साथ जिला परिषद सदस्य संजय महतो, मुखिया कन्हाई बनर्जी समेत गांव के अन्य लोग भी धनबाद आए थे. उन्होंने रेलवे से मृतक के आश्रितों के लिए मुआवजा और नियोजन का भुगतान जल्द से जल्द करने का दबाव बनाया. रेलवे की ओर से उन्हें भरोसा दिया गया कि अगले 15 दिनों में मुआवजा का भुगतान कर दिया जाएगा.
ठेकेदार फरार, निर्माण कार्य रुका
ज्ञात हो कि छाताकुल्ही गांव में अंडरपास की मिट्टी धंसने की घटना 12 जुलाई की रात हुई थी. रेलवे ने जिस एजेंसी को काम दिया था, उसका ठेकेदार मजदूरों से शाम 6 बजे के बाद भी बिना सेफ्टी के काम करा रहा था. इस मामले में रेलवे बेखबर रहा. मिट्टी काटने के दौरान ऊपरी हिस्सा धंस गया, जिसमें 6 मजदूर दब गए. दो मजदूरों ने किसी तरह जान बचा ली. चार मजदूरों की मिट्टी में दबकर मौत हो गई. इस घटना में ठेकेदार की लापरवाही सामने आई. ठेकेदार के खिलाफ बलियापुर थाने में गैर इरादतन हत्या का मुकदमा भी दर्ज कराया गया. हालांकि अब तक वह फरार है. दूसरी ओर, रेलवे ने अंडरपास का निर्माण भी रोक दिया है.
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