एएनएम ट्रेनिंग स्कूल में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 26 लाख मिले
धनबाद: सदर अस्पताल परिसर स्थित सहायक नर्स मिडवाइफरी (एएनएम) ट्रेनिंग स्कूल को विकसित करने की दिशा में विभाग ने एक और कदम बढ़ाया है। स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण विभाग ने एएनएम प्रशिक्षण स्कूल में बुनियादी ढांचे के लिए धन आवंटित किया है। इस राशि से प्रशिक्षण विद्यालय एवं छात्रावास के लिए फर्नीचर, आईटी लैब उपकरण, पुस्तकें एवं जर्नल, मॉडल एवं पुतले खरीदे जायेंगे। विभाग द्वारा उक्त राशि जिले के उपायुक्त को आवंटित कर दी गयी है. यानी एएनएम स्कूल में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए खरीदारी उपायुक्त की देखरेख में होगी.
राज्य सरकार द्वारा संचालित एएनएम ट्रेनिंग स्कूल में 60 सीटें हैं. ANM कोर्स मेडिसिन से संबंधित एक डिप्लोमा कोर्स है, जिसके माध्यम से छात्र को सहायक नर्स के रूप में काम करना सिखाया जाता है। इस कोर्स की अवधि 2 साल की है. इस कोर्स में नामांकन 12वीं के बाद प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से लिया जाता है। फिलहाल ट्रेनिंग स्कूल की सभी सीटों पर छात्र नामांकित हैं. बता दें कि परिसर में लंबे समय से ट्रेनिंग स्कूल चल रहा है. ट्रेनिंग स्कूल को अपग्रेड करने के लिए स्वास्थ्य विभाग से प्रस्ताव मांगा गया था. विभाग की ओर से दिये गये प्रस्ताव को मुख्यालय ने जुलाई माह में मंजूरी दे दी थी और अब राशि भी आवंटित कर दी गयी है.
पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल का प्रशासनिक कार्य भी उसी शिक्षक के पास है.
विभाग ने एएनएम स्कूल को अपग्रेड करने के लिए लाखों रुपये आवंटित किये, लेकिन स्कूल में शिक्षकों की कमी पर चुप्पी साध ली. फिलहाल एएनएम स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है, जबकि यहां शिक्षकों के छह पद स्वीकृत हैं. स्कूल की प्रधानाध्यापिका अर्चना खाखा संविदा पर बहाल शिक्षिका हैं, लेकिन नियमित शिक्षक नहीं होने के कारण उन्हें प्रधानाध्यापिका का प्रभार सौंपा गया है. इसलिए ट्रेनिंग स्कूल पर प्रशासनिक कामकाज के साथ-साथ छात्रों की पढ़ाई की भी जिम्मेदारी होती है.