बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के दामाद राकेश ओझा को ब्लैकमेल करने और रंगदारी मांगने के मामले में मंगलवार की अल सुबह गोविंदपुर थाना की पुलिस ने आरोपी कोयला कारोबारी परमेश्वर नाथ राय उर्फ मैनेजर राय को दबोचा। दो दिन पहले पुलिस ने इसी मामले में एक निजी चैनल के अरुप चटर्जी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
राकेश ओझा ने 27 जून को गोविंदपुर थाना में अरुप चटर्जी और मैनेजर राय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोप था कि अरुप चटर्जी ने अपने सहयोगी रिपोर्टर के माध्यम से छह लाख रुपए लिया और पांच लाख रुपए और मांगा। अरुप को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस मैनेजर राय को भी ढूढ़ रही थी।
मैनेजर राय का भट्ठा राकेश ओझा के ठीक बगल में है। राकेश ने आरोप लगाया था कि मैनेजर राय ने अपने भट्ठा में सीसीटीवी कैमरा लगा कर उनके भट्ठे की गतिविधियों को वीडियो में कैद किया। यह निजता का हनन है। पुलिस ने मैनेजर राय के खिलाफ कोर्ट से वारंट लिया था। वारंट के आधार पर छापेमारी कर पुलिस ने बंगाल-बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र बरकार से मैनेजर राय को पकड़ा।
अरुप चटर्जी की जमानत पर सुनवाई
अरुप चटर्जी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से धनबाद के न्यायालय में जमानत याचिका दायर की है। अरुप की अर्जी पर सुनवाई के लिए कोर्ट ने मंगलवार की तिथि तय की है। इधर अरुप की पत्नी बेबी चटर्जी ने भी हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाया है। इस याचिका पर भी मंगलवार को सुनवाई संभव है।