राँची: बिजली कर्मी 18 सूत्री मांगों को लेकर 26 सितंबर से बेमियादी भूख हड़ताल पर जाएंगे। राज्यभर में 2000 टेक्निकल और नॉन टेक्निकल कर्मी इसमें शामिल होंगे। झारखंड पावर वर्कर्स यूनियन के केंद्रीय कमेटी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
कमेटी के अध्यक्ष आशीष कुमार ने कहा है कि भूख हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जबतक उनकी मांगों को प्रबंधन पूरा नहीं करता। इस दौरान बिजली के मेंटेनेंस और ऑपरेशन पर भी प्रभाव पड़ेगा। केंद्रीय कमेटी की ओर से बताया गया है कि न्यू डेजिगनेशन मैपिंग के तहत कई नए पद सृजित किए गए है। ऐसा पदाधिकारी व कर्मचारियों के सभी संवर्गों के हित को देखते हुए किया गया। लेकिन, बिजली निगम बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की ओर से लिए गए निर्णय को दरकिनार करते हुए सिर्फ पदाधिकारी को इस आदेश का लाभ दे रहा है।
कर्मचारियों पर इसे लागू नहीं किया जा रहा है। इस वजह से कर्मचारियों में काफी निराशा है। कर्मियों को प्रमोशन देने के बजाय डिमोशन करते हुए तृतीय श्रेणी के कर्मियों को चतुर्थ वर्ग में डाला जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने 10 वर्षों से लगातार काम कर रहे अनुबंध कर्मियों को स्थायी करने के मामले में आदेश दिया है। इसके बाद भी कमेटी इस मामले को लटकाए रखे हुए है। जबकि, झारखंड सरकार कई विभागों में कार्यरत ऐसे अनुबंध कर्मियों को स्थायी करने की प्रक्रिया कर रही है।