अंडरग्राउंड केबलिंग पर 200 करोड़ खर्च, 8 साल बाद भी अधूरा
जमशेदपुर न्यूज़: आंधी-बारिश के हर समय गैर कंपनी इलाकों की बिजली बाधित हो जाती है पोल और तार टूट जाते हैं इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए बिजली निगम की ओर से गैर कंपनी इलाके में 200 करोड़ की लागत से अंडरग्राउंड केबलिंग का हो रहा है, लेकिन आठ वर्षों के बाद भी यह काम अधूरा है
2015 में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम शुरू हुआ था, जिसे 2021 में पूरा होना था, लेकिन 2023 के मई माह तक यह पूरा नहीं हुआ है इस साल के अंत तक अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा होने की उम्मीद विभाग को है बिजली निगम का दावा है कि 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है इस योजना के तहत 33 केवी और 11 केवी लाइन को जमीन के भीतर शिफ्ट करना है, ताकि आंधी-बारिश के दौरान आपूर्ति पर किसी तरह का प्रभाव न पड़े केबलिंग का काम पूरा नहीं होने से आंधी-बारिश में बिजली सप्लाई ठप हो जाती है जगह-जगह तार टूट जाते हैं कहीं लाइन ट्रिप करने की समस्याएं आ जाती है बिजली निगम का कहना है कि कोरोना के कारण 2020 और 2021 में केबलिंग का काम धीमा हो गया था
इन इलाकों में होना है अंडरग्राउंड केबलिंग जमशेदपुर अंचल के मानगो, बिरसानगर, बागुनहातु, जुगसलाई, करनडीह, बागबेड़ा, छोटा गोविंदपुर, आदित्यपुर और घाटशिला क्षेत्र में अंडरग्रांउड केबलिंग होना है इसके अलावा सब स्टेशन निर्माण से लेकर ट्रांसमिशन लाइन नेटवर्क भी दुरुस्त होना है
इससे करीब 3.5 लाख उपभोक्ताओं को फायदा होगा