जमशेदपुर न्यूज़: एमजीएम अस्पताल में मरीज महावीर पाड़ेया की हुई मौत की टीम ने जांच. टीम में शामिल मेडिसिन विभाग के डॉ. विक्रम मुर्मू, सर्जरी विभाग के डॉ. सरबर आलम व कार्यपालक दंडाधिकारी सुमित प्रकाश ने दो डॉक्टर, 8 नर्सों और मृतक के तीन परिजनों से घटना की जानकारी ली.
डॉक्टर-नर्स से मरीज के भर्ती होने से मौत के बीच दवाओं एवं अन्य मुद्दों पर पूछताछ हुई है. जांच के दौरान अस्पताल अधीक्षक डॉ.रविन्द्र कुमार, उपाध्यक्ष डॉ. नकुल चौधरी, डॉ. नारायण उरांव व अन्य उपस्थित थे. हालांकि टीम ने पूछताछ के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. जानकारी के मुताबिक, कई लोगों से संयुक्त खामियों पर बार-बार एक ही प्रश्न किया गया.
ये है मामला सीतारामडेरा हो समाज बस्ती निवासी महावीर पाड़ेया (45) की एमजीएम अस्पताल में इलाज के दौरान शाम मौत हो गयी थी. इसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दोषी डॉक्टर व नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
बगैर पोस्टमार्टम के शव ले गए परिजन
अस्पताल अधीक्षक डॉ. रविन्द्र कुमार ने बताया कि परिजनों ने महावीर पाड़ेया की शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया और दोपहर में शव लेकर चले गए. आरोप के अनुसार शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड के समक्ष होना चाहिए था.