झारखंड

शव के मिले अब तक 18 टुकड़े, नहीं मिला सिर... जानें आगे क्या होगा

Triveni
19 Dec 2022 9:33 AM GMT
शव के मिले अब तक 18 टुकड़े, नहीं मिला सिर... जानें आगे क्या होगा
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फाइल फोटो 

रिबिका हत्याकांड' में पुलिस को अब तक कुल 18 टुकड़े मिल चुके हैं। 37 टुकड़ों की पुलिस तलाश कर रही है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | 'रिबिका हत्याकांड' में पुलिस को अब तक कुल 18 टुकड़े मिल चुके हैं। 37 टुकड़ों की पुलिस तलाश कर रही है जिसमें से सिर भी अब तक बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पति के साथ उसकी मां मरियम खातून, मामा मैनुल हक, भाई महताब अंसारी, बहन सरेजा खातून समेत कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, इस मामले की जांच के लिए एसआईटी की गठन किया जाएगा।

हत्या कर आरोपी पति ने थाने में गुमशुदगी की शिकायत कराई थी दर्ज
दरअसल, रिबिका पहाड़िया के उसके पति ने 55 टुकड़े किए थे, जिसमें से अब तक 18 टुकड़े मिले हैं। सिर अभी तक नहीं मिला है। सिर को भी कई टुकड़ों में काटा गया है, क्योंकि उसका जबड़ा अलग मिला है। शव के टुकड़ों का डीएनए टेस्ट होगा। वहीं, हैरान कर देने वाली बात ये है कि आरोपी दिलदार अंसारी इतना चालाक था कि हत्याकांड को अंजाम देने के बाद उसने पुलिस में रिबिका की गुमशुदगी की शिकायत की थी। सच सामने आने के बाद पुलिस ने सख्ती से दिलदार से पूछा तो उसने बताया कि उसने मां और मामा के साथ मिलकर हत्या की और शव के 50 टुकड़े कर फेंक दिए।
मृतका के परिजन थे शादी के खिलाफ
इस मामले में रिबिका की बहन शीला पहाड़िया ने कहा कि बोरियो बेल टोला निवासी दिलदार पेशे से कबाड़ी है। रिबिका के पिता सुरजा पहाड़िया और मां चांदी पहाड़िया इस रिश्ते का विरोध करते थे। 1 महीने पहले दोनों घर से भाग कर थाना पहुंचे, जहां पुलिस ने उनकी शादी करा दी थी। शादी के बाद ही दिलदार और उसके परिवार के सदस्य उस पर धर्म बदलने का दबाव डाल रहे थे। मारपीट भी करते थे। धर्म बदलने को लेकर जब रिबिका नहीं मानी तो उसकी हत्या कर दी गई। वहीं,
बताया जा रहा है कि 2 साल से रिबिका और दिलदार रिलेशनशिप में थे। 1 महीना पहले ही दोनों ने भाग के शादी की थी। दिलदार की ये दूसरी शादी थी। पहली पत्नी भी साथ ही रहती है, शादी के बाद से ही घर में रोजाना झगड़े होते थे।
पुलिस कर रही है सबूत इकट्ठा
वहीं, इस मामले में सारे सबूत इकट्ठा कर पुलिस जल्द से जल्द से इसे कोर्ट के सामने रखना चाहती है ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके। मामले की स्पीडी ट्रायल की तैयारी है। डीआईजी ने एसआईटी को निर्देश दिया है कि मामले की जल्द जांच पूरी की जाए। जांच में वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्य जुटाने पर पूरा जोर है। पुलिस इस मामले में वैज्ञानिक जांच पर इसलिए भी जोर दे रही है कि क्योंकि शव की तकनीकी तौर पर अब तक पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस रिबिका के डीएनए से शव के टुकड़ों की मिलान करेगी।

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