झारखंड

12 साल पुरानी सीवरेज और ड्रेनेज योजना का काम जल्द

Admin Delhi 1
18 March 2023 10:56 AM GMT
12 साल पुरानी सीवरेज और ड्रेनेज योजना का काम जल्द
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धनबाद न्यूज़: 12 साल पुरानी सीवरेज-ड्रेनेज योजना को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू हुई है. सीवरेज-ड्रेनेज का काम जल्द शुरू होगा. 808 करोड़ रुपए की योजना के टेंडर पर मुहर लगेगी. इसके लिए रांची में बिडिंग की जाएगी.

नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार भी रांची में आयोजित बिडिंग प्रक्रिया में शामिल होंगे. नगर आयुक्त ने बताया कि बिडिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एजेंसी काम शुरू करेगी. योजना की डीपीआर बनानेवाली एजेंसी एनजेएस की ओर से जनवरी महीने में धनबाद क्लब में प्रजेंटेशन दिया गया था. कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि शहर के घरों से निकलनेवाले नाले के पानी को एक जगह एकत्र कर उसे साफ किया जाएगा और फिर उसे दामोदर नदी में छोड़ा जाएगा. योजना पर 808 करोड़ रुपए खर्च होंगे.

साफ पानी को थर्मल प्लांट को बेचेगा निगम नगर निगम योजना के तहत ड्रेन के पानी को साफ करेगा. साफ पानी को दामोदर नदी में गिराया जाएगा. वहीं साफ पानी का 30 प्रतिशत हिस्सा पावर प्लांट को बेचकर नगर निगम अपने राजस्व में बढ़ोतरी करेगा. धनबाद से सटे मैथन पावर प्लांट, चंद्रपुरा पावर प्लांट और बीटीपीएस प्लांट को साफ पानी बेचकर नगर निगम पैसे कमाएगा. योजना के तहत सेकेंड फेज में घरों से निकलने वाले ड्रेन के पानी को पाइपलाइन के माध्यम से अंडरग्राउंड कर एसटीपी तक लाया जाएगा. फिर ट्रीटमेंट के बाद ही दामोदर नदी में डाला जाएगा.

बारिश में डूबने लगता है शहर का कई इलाका धनबाद में सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम नहीं रहने की वजह से कई ऐसे इलाके हैं, जो बारिश में डूबने लगते हैं. हर साल बरसात में सिटी सेंटर के समीप जालान अस्पताल तक घुटने तक पानी भर जाता है. यही हाल सिंफर गेट के समीप हंस विहार कॉलोनी का भी रहता है. वहां भी घरों के बेडरूम तक पानी भर जाता है. सीवरेज सिस्टम नहीं रहने की वजह से ही इन इलाकों में बारिश का पानी घरों के अंदर तक पहुंच रहा है. धनबा नगर निगम की इस योजना के धरातल पर उतरने से शहर के इन इलाकों में जलजमाव की समस्या से भी लोगों को राहत मिलेगी. वर्तमान में शहर में जो ड्रेन बने हुए हैं, वह बारिश के पानी का दबाव नहीं झेल पाते हैं. शहर में 50 प्रतिशत से अधिक ड्रेन 25 से 30 साल पुराने हैं. वर्षों से ड्रेन की मरम्मत भी नहीं हुई है. सीवरेज ड्रेनेज योजना में इन पुराने ड्रेन को बदलकर अंडर ग्राउंड ड्रेन बनाने की योजना है. रांची में इसकी बिडिंग होने के बाद यह योजना इसी साल धरातल पर उतर सकती है.

दामोदर में गिर रहा 153 एमएलडी गंदा पानी

नदी-नाला गंदा पानी (एमएलडी)

कतरी नदी 14

वासुदेव नदी 60

मटकुरिया नाला 48

जोरिया नाला 48

बलियापुर-गोविंदपुर नाला 14

5 जगह बनेंगे एसटीपी

कतरी नदी (रामपुर) 18 एमएलडी

वासुदेव नदी (पांडरकनाली) 21 एमएलडी

मटकुरिया नदी (पेटिया जामाडोबा) 75 एमएलडी

जोरिया नाला (परसबनिया) 60 एमएलडी

गोविंदपुर-बलियापुर नाला (ढांगी) 18 एमएलडी

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