जमशेदपुर न्यूज़: पूर्वी सिंहभूम जिले के 12 पुलिसकर्मी बर्खास्त होंगे. इनके खिलाफ एक प्रस्ताव जमशेदपुर पुलिस ने पुलिस मुख्यालय भेजा है. इसमें एक एएसआई, जबकि अन्य सिपाही और हवलदार हैं. जिन्हें बर्खास्त किया जा रहा है, उनके खिलाफ पुलिस ने जांच रिपोर्ट तैयार की और विभागीय कार्रवाई में आरोप सिद्ध होने के बाद प्रस्ताव भेजा. मुख्यालय से अनुमति के बाद इन पुलिसवालों को नौकरी से हटा दिया जाएगा. अबतक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है.
22 जुलाई 2022 को एसएसपी के वाहन चालक पुलिस रामचंद्र जामुदा पर पुलिस लाइन में ही हत्या करने का आरोप लगा था. पुलिस ने उसके खिलाफ अपनी जांच की और उसपर लगे आरोप को सही पाया. इसके बाद उसके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई.
● घूसखोर व यौन शोषण के आरोपी भी हैं शामिल
28 फरवरी 2023 को महिला की हत्या में दोषी पाए जाने के बाद उम्रकैद की सजा मिलने पर बिष्टूपुर थाने के एएसआई धर्मेन्द्र कुमार को बर्खास्त करने का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है.
4 मार्च 2023 को एक पुलिस वाले को कर्तव्यहीनता में और पुलिस वाले पर पटमदा में हमला कर घायल करने का आरोप था. दोष सही पाए जाने पर बर्खास्तगी की प्रक्रिया की गई.
पुलिसवालों की ही जांच के बाद होती है कार्रवाई
पुलिस विभाग में जिनके खिलाफ केस दर्ज हो जाता है और पुलिसवाले ही उनके बारे में जांच कर लगे आरोपों को सही पाते हैं तो बर्खास्तगी की प्रक्रिया अपनाई जाती है. साथ ही लगातार ड्यूटी से फरार चलने वाले, ड्यूटी के दौरान कर्तव्यहीनता बरतने और भ्रष्टाचार जैसे आरोप लगने के बाद विभागीय कार्रवाई पर ही बर्खास्त किया जाता है. इसके साथ ही विशेष रूप से यौनशोषण के मामले में यदि किसी पुलिसवाले को लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ विभागीय जांच में पुष्टि के पश्चात उसपर बर्खास्तगी की रिपोर्ट की जाती है.
हत्या के दो मामलों के अलावा यौन शोषण, अनुशासनहीनता और ड्यूटी से लगातार फरार चल रहे मामलों में ही कार्रवाई की गई है. चार के खिलाफ बर्खास्तगी की अनुमति आ गई है, जबकि आठ के प्रस्ताव पर स्वीकृति की प्रतीक्षा है. - प्रभात कुमार, एसएसपी