धनबाद न्यूज़: स्टील गेट की सब्जी मंडी में की देर हुई अगलगी में 11 दुकानों को नुकसान हुआ है. आलू प्याज, सब्जी दुकान, राशन व जूता-चप्पल की दुकानें राख हो गईं. इसमें से कई लोग ऐसे हैं, जिनकी दुकान तीन माह के अंदर में दोबारा जल गई. सनातन दास के जूता-चप्पल की दुकान, नाथ नारायण की आलू प्याज की दुकान फिर से जल गई.
दुकानदारों ने बताया कि घटना के पीछे नशेडियों का ही हाथ है. अवैध रूप से शराब बेची जाती है. इससे यहां देर रात तक शराबबियों का जमावड़ा रहता है. जान-बूझकर दुकान में आग लगा दी जाती है. बताया कि शॉर्ट सर्किट से आग लगने से सवाल ही नहीं है, क्योंकि झारखंड सरकार की बिजली नहीं है. जेनरेटर से बिजली मिलती है. तय समय पर प्रतिदिन बिजली काट दी जाती है. इसके बाद दुकानें बंद कर कुछ लोग वहीं सो जाते हैं जबकि कुछ लोग घर चले आते हैं.
मुआवजे के लिए डीसी से मिले विधायक धनबाद विधायक राज सिन्हा ने डीसी से मिलकर स्टीलगेट मार्केट में आग से प्रभावित दुकानदारों एवं सब्जी विक्रेताओं को मुआवजा देने का आग्रह किया. डीसी ने नगर निगम से बात कर सकारात्मक पहल का आश्वासन विधायक को दिया. मालूम हो कि की रात स्टीलगेट में आग से कई दुकानें खाक हो गईं. की सुबह विधायक राज सिन्हा ने सीओ के साथ नुकसान का जायजा लिया एवं दुकानदारों से बात की. सीओ से कहा कि मुआवजा के लिए प्रशासन त्वरित पहल करें.
बार-बार आग पर रागिनी ने उठाया सवाल सब्जी मार्केट का भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह ने भी दौरा किया. दुकानदारों से मिली.
उन्होंने स्टीलगेट सब्जी मार्केट में बार-बार आग की घटना पर सवाल उठाया. वहीं आग से आर्थिक नुकसान की भरपाई की मांग प्रशासन से की. उन्होंने दुकानदारों से कहा कि मामले पर सरकार और प्रशासन से बात कर आवश्यक पहल करूंगी. रागिनी सिंह बोली की गश्ती दल को रात में ढाई बजे तक स्टीलगेट में पहरेदारी करनी चाहिए.
दावा किसको कितना नुकसान
माधव कामती (आलू प्याज की दुकान) एक लाख रुपए
योगेश साव (आलू प्याज की दुकान) 40 हजार रुपए
दीपक कुमार (आलू प्याज की दुकान) 90 हजार रुपए
मनीष साव (आलू प्याज की दुकान) 1.40 लाख रुपए
राज साव (आलू प्याज की दुकान) 10 हजार रुपए
शीतल प्रसाद (राशन दुकान) 01 लाख रुपए
नाथनारायण ठाकुर (आलू प्याज की दुकान) 30 हजार रुपए
अर्जुन पंडित (सब्जी दुकान) 35 हजार रुपए
सुनील प्रसाद (राशन दुकान) 02 लाख रुपए
सरोज कामती (सब्जी दुकान) 50 हजार रुपए
सनातन दास (जूता चप्पल की दुकान) 40 हजार रुपए