रांची: रक्षाबंधन (festival of Rakshabandhan) भाई-बहन के प्रेम का त्योहार है. बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं और उनसे सुरक्षा का वचन लेती हैं. कई बार कुछ कारणों की वजह से बहनें अपने भाईयों के पास नहीं पहुंच पाती हैं. लेकिन वो पूरी कोशिश करती हैं कि उनका प्रेम राखी के रूप में उनके भाईयों तक पहुंच जाए. बहनों के इस संदेश को भाईयों तक पहुंचाने में मदद करती है भारतीय डाक सेवा.
इस बार भी डाक सेवा के जरिए कई बहनों ने अपने भाई के पास राखी भेजी. माध्यम से ज्यादातर बहनों ने भाई तक राखी भेजने का काम किया. चीफ पोस्ट मास्टर जनरल राकेश कुमार (Chief Post Master General) बताते हैं कि भारतीय डाक सेवा ने हमेशा ही लोगों की भावनाओं का सम्मान किया है. इसी को देखते हुए इस वर्ष एक लाख 56 हजार राखी रांची पहुंचे हैं और डाक विभाग(Postal department) में लगे कर्मचारी और डाकिया लगातार लोगों के घरों में राखी पहुंचाने का काम किया. उन्होंने बताया कि मोहर्रम और रविवार जैसे छुट्टी के समय में भी डाकिया लोगों के घरों तक राखी पहुंचाने का काम कर रहे थे. वहीं पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश में भी अपनी चिंता किए बगैर सभी डाकिया राखी की डिलीवरी में लगे थे जो कि निश्चित रूप से भारतीय डाक सेवा(Postal department) की बेहतर कार्य को दिखाता है.
वहीं उन्होंने बताया कि इस वर्ष की राखी में ज्यादातर लोग डाक सेवा के माध्यम से राखी पहुंचाने का काम कर रहे हैं. आंकड़ों को देखें तो यह स्पष्ट पता चलता है कि भारी बारिश और आर्थिक संकट की वजह से स्पीड पोस्ट, निबंधित पोस्ट और साधारण पत्र के माध्यम से कहीं ना कहीं लोगों ने डाक सेवा का सहारा लिया है. चीफ पोस्ट मास्टर जनरल राकेश कुमार(Chief Post Master General) ने बताया कि राखी को देखते हुए 47 हजार राखी स्पेशल लिफाफे बनाए गए थे, जो 10 अगस्त तक पूरी तरह से बिक गए. इससे भी पता चलता है कि लोग डाक के माध्यम से राखी भेजने का काम कर रहे हैं.