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सोनारी में अजय साह उर्फ टिंकू की हत्या के एक सप्ताह बीत गये हैं. मामले में पुलिस चार को जेल भेज चुकी है
Jamshedpur (Ashok kumar) : सोनारी में अजय साह उर्फ टिंकू की हत्या के एक सप्ताह बीत गये हैं. मामले में पुलिस चार को जेल भेज चुकी है और दो नामजद ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है, लेकिन पुलिस के लिये मनीष अब भी पहेली बना हुआ है. टिंकू की हत्या के ठीक पांच दिनों पूर्व ही मनीष घाघाडीह जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आया था. इसके बाद हत्या के ठीक दो दिनों पूर्व ही वह अपनी मां, पत्नी और बच्चा के साथ वैष्णव माता के दर्शन के लिये ट्रेन मार्ग से निकल गया था. अब पूरे मामले को पुलिस मनीष से ही जोड़कर इस कारण से देख रही है क्योंकि अब मामले का मजबूत कड़ी सिर्फ मनीष ही गिरफ्त से बाहर है
घटना का मास्टर मइंड है मनीष
पुलिस का मानना है कि घटना का मास्टर माइंड मनीष ही है. उसने टिंकू की हत्या की योजना तब बनायी थी जब वह हत्या के एक मामले में घाघीडीह जेल में बंद था. जेल से पांच दिनों पूर्व से जमानत पर छूटा था और उसकी सुपारी देकर रास्ते से हटवा दिया. हालाकि वह घटना के समय शहर में नहीं था.
चार नामजद अब भी है पुलिस गिरफ्त से बाहर
टिंकू हत्याकांड में चार नामजद अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. इसमें भुइयांडीह का रहने वाला मनीष, गोलमुरी का रहने वाला नदीम, फरहज खान, सीतारामडेरा के देवनगर में अमरजीत का किरायेदार सैंकी गोयल शामिल है. चारों के ठिकाने पर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन वे फरार हो गये हैं. इसमें नदीम और फरहज का नाम पहली बार हत्या में आया है.
पहले भी मनीष को गिरफ्तार नहीं कर पायी है पुलिस
पहले जुगसलाई और अब भुइयांडीह में रहने वाला मनीष इसके पहले भी दो बार जेल जा चुका है. तब भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पायी थी. उसने कोर्ट में ही सरेंडर किया था. टिंकू हत्याकांड में भी सूत्रों का कहना है कि वह 2-3 दिनों के भीतर ही कोर्ट में सरेंडर कर देगा.
वर्चस्व को लेकर ही हुई थी घटना
टिंकू की हत्या में भी यह बात सामने आयी है कि वर्चस्व को लेकर ही घटना को अंजाम दिया गया है. कभी दोनों दोस्त हुआ करते थे, लेकिन उसके बाद दोनों के बीच तना-तनी हो गयी. इसी का नजिता है कि टिंकू को रास्ते से हटा दिया गया.
by Lagatar News

Rani Sahu
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