
Adityapur : सामाजिक साहित्यिक एवं सांस्कृति संस्था परिमल के तत्वावधान में आदित्यपुर एलआईजी में आयोजित कार्यक्रम में मूर्धन्य कथाकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती तथा सुरों के बादशाह मोहम्मद रफी की पुण्य तिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस अवसर पर संस्था की संरक्षक सह समाजसेवी शारदा देवी ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद ने जहां अपनी देशज भाषा में हिंदी कथा को अमर बनाया, वहीं मोहम्मद रफी ने अपने सुरों के जादू से हिंदुस्तानी सिने संगीत से सभी को सम्मोहित किया. इन दोनों का जादू हर युग में प्रासंगिक रहेगा. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में सरायकेला बार एसोसियेशन के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश उपस्थित थे. उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि दोनों विभूतियों ने अपने-अपने विधाओं को उच्चतम आयाम प्रदान किया. कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्था के संयोजक सुबोध शरण ने साहित्य और गीतों के दोनों विभूतियों के कई प्रसंगों की चर्चा करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी. समारोह में अन्य लोगों के अलावा अभियंता अशोक कुमार, दिनेश, लक्ष्मण प्रसाद, फूलेश्वर साह, सतीश तथा सुबिमल मैत्री सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
सॉर्सो- News Wing
