Koderma: जिले के पंजाबी समाज ने मृत्युपरांत ब्रह्म भोज प्रथा को सामाजिक बुराई मानते हुए इस पर रोक लगाई है. मुक्ति धाम में तीन दिन पूर्व पंजाबी समाज ने इस प्रथा पर रोक लगाने का निर्णय लिया. समाज के लोगों ने कहा कि सभी को खुशी में भोज और दुख में शोक मनाना चाहिए. मृत्यु भोज एक गंभीर सामाजिक बुराई है, परिवार के सदस्य के खोने का दुख और इस पर भारी-भरकम खर्च का कोई औचित्य नहीं है. कहा कि इसकी जगह इंसान और प्रकृति को बचाने के लिए पौधा लगाने, आर्थिक रूप से कमजोर बच्चियों की पढाई, विवाह में मदद करना चाहिए. साथ ही धर्मशाला, विवाह भवन में मृतक की आत्मा की शांति के लिए सामर्थ्य के अनुसार दान देने की अपील की गई. झुमरीतिलैया शहर के व्यवसायी विनय छाबड़ा की माता सीता रानी का निधन इसी सप्ताह हुआ था. इस पर गुरुद्वारा गुरुसिंह सभा में पाठ का आयोजन रखा गया था.
सोर्स- News Wing