झारखंड

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर सांसद अधीर रंजन के बयान पर भड़की भाजपा, जताया विरोध

Rani Sahu
28 July 2022 3:29 PM GMT
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर सांसद अधीर रंजन के बयान पर भड़की भाजपा, जताया विरोध
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कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के ऊपर की गयी एक टिप्पणी के खिलाफ भाजपा, रांची महानगर एवं ग्रामीण जिला के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को राजभवन के समक्ष एक दिवसीय सांकेतिक धरना देकर विरोध जताया

Ranchi : कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के ऊपर की गयी एक टिप्पणी के खिलाफ भाजपा, रांची महानगर एवं ग्रामीण जिला के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को राजभवन के समक्ष एक दिवसीय सांकेतिक धरना देकर विरोध जताया. इससे पूर्व भाजपा,रांची महानगर के सभी 17 एवं ग्रामीण जिला के सांगठनिक मंडलों से पार्टी कार्यकर्ता झंडा–बैनर के साथ जुलूस के रूप में धरना स्थल पहुंचे. मौके पर पूर्व मंत्री एवं रांची के विधायक सीपी सिंह ने कहा कि इस राष्ट्र का यह गौरव है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75 वर्ष की आजादी में एक गरीब आदिवासी महिला को देश के सर्वोच्च पद पर बैठाया है. यह कांग्रेस को नहीं पच रहा है. अधीर रंजन चौधरी का बयान कांग्रेस पार्टी का आदिवासियों के प्रति घृणित मानसिकता को दर्शाता है. कांग्रेस पार्टी को अविलंब पूरे आदिवासी समाज एवं देश की मातृ शक्ति से माफी मांगनी चाहिए. इस दौरान पार्टी की राष्ट्रीय मंत्री एवं रांची की महापौर आशा लकड़ा, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर, पूर्व विधायक राम कुमार पाहन, भाजपा रांची महानगर–जिला के अध्यक्ष के.के. गुप्ता, प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, ग्रामीण जिलाध्यक्ष सुरेंद्र महतो सहित अन्य भी उपस्थित थे.

आदिवासी समाज और महिला का अपमान
मौक पर आशा लकड़ा ने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी ने ना सिर्फ राष्ट्र के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर विराजित आदिवासी महिला का अपमान किया है, बल्कि देश के तमाम आदिवासी समाज एवं महिलाओं का अपमान किया है. द्रौपदी जी के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनते ही कांग्रेस का घृणित चरित्र कांग्रेस प्रवक्ता के बयान से सामने आया था. इस कृत्य के लिए देश के आदिवासी समाज कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा. नवीन जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक गरीब आदिवासी महिला का सम्मान नहीं पचा पा रही है. देश के राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद पर एक आदिवासी महिला बैठ गई, यह कांग्रेस को नागवार लग रहा है.
के.के.गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस के द्वारा राष्ट्रपति को इस तरह अपमानित करना कांग्रेस की मुल्यविहीन एवं संस्कार विहीन राजनीति का प्रतीक है. इस कृत्य के लिए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी एवं पूरी कांग्रेस पार्टी देश की महिलाओं एवं आदिवासियों से मांगी मांगे अन्यथा भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर चरणबद्ध आंदोलन चलाने पर बाध्य होंगे.

सोर्स - News Wing

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