iridih : स्वास्थ्य सेवा में गिरिडीह जिला फिसड्डी साबित हो रहा है. चिकित्सकों की कमी से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था कराह रही है. जिले की करीब 29 लाख आबादी को स्वास्थ्य सेवा देने में विभाग पूरी तरह नाकाम रहा है. जिले में चिकित्सकों के 157 पद सृजित हैं. वहीं पदस्थापित मात्र 72 चिकित्सक हैं. सदर अस्पताल में विगत 25 वर्षों से त्वचा रोग विशेषज्ञ नहीं हैं. वर्ष 2015 में इस अस्पताल को आईएसओ का दर्जा मिला था. आलम यह है कि जिला प्रशासन की पैनी निगाह के बावजूद स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है. सिविल सर्जन चिकित्सकों पर लगाम लगाना शुरू करते हैं तो चिकित्सक उन्हें ही परेशान करना शुरू कर देते हैं. ऐसी घटना पूर्व सिविल सर्जन डॉ. रामरेखा प्रसाद के साथ घट चुकी है. पूर्व सीएस ने अस्पताल की हालत सुधारने की कोशिश की तो उनके आवास में विस्फोटक रख दिया गया.
by Lagatar News