बोन बैंक की स्थापना के पीछे भी उद्देश्य यही था कि किसी जरूरतमंद मरीज को समय पर हड्डी उपलब्ध हो सके। अस्पताल में सर्जरी विभाग ने बोन बैंक से अब जबड़े की हड्डी लेकर मरीज की सर्जरी की है। दरअसल रावतभाटा का रहने वाला जगदीश गिरने की वजह से घायल हो गया था। उसका जबड़ा चोटिल हो गया था और फ्रैक्चर हो गया।
परिजन उसे निजी अस्पताल लेकर गए जहां से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर किया गया। मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में उसका इलाज चल रहा था। यहां मरीज का ऑपरेशन किया गया, इसके लिए बोन बैंक से जबड़े की हड्डी ली गई। गौरतलब है कि कोटा के मेडिकल कॉलेज में 19 दिसंबर को बोन बैंक की स्थापना की गई थी। स्थापना के 2 महीने में ही दो सर्जरी बोन बैंक से हड्डी लेकर कर दी गई है। फिलहाल जगदीश को अस्पताल में ही मॉनिटरिंग के लिए भर्ती किया हुआ है। पूरी तरह से ठीक होने के बाद ही उसे अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।