जम्मू और कश्मीर

अग्निपथ के विरोध में युवाओं का आक्रोश शनिवार को भी सड़कों पर उतर आये, पुलिस के लाठियां भांजने पर पथराव

Nidhi Markaam
19 Jun 2022 4:14 PM GMT
अग्निपथ के विरोध में युवाओं का आक्रोश शनिवार को भी सड़कों पर उतर आये, पुलिस के लाठियां भांजने पर पथराव
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हीरानगर/सांबा। नई भर्ती नीति अग्निपथ के विरोध में युवाओं का आक्रोश शनिवार को भी सड़कों पर उतर आया। कठुआ के चड़वाल में युवाओं ने जम्मू-पठानकोट हाईवे पर प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांजीं तो पथराव शुरू हो गया। हालांकि इस झड़प में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। वहीं, सांबा में हाईवे से सटी कैली मंडी में युवाओं ने स्थानीय सरपंच के नेतृत्व में प्रदर्शन कर अग्निपथ योजना का जोरदार विरोध किया।

कठुआ जिले में चड़वाल मोड़ पर बड़ी संख्या में युवा प्रदर्शनकारी हाईवे पर उतर आए। पुलिस ने युवाओं को हाईवे से खदेड़ने के लिए लाठियां भांजी जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव करना शुरू कर दिया। शनिवार करीब एक घंटे तक हुए हंगामे के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हाईवे से हटा दिया।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि नई भर्ती नीति युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। प्रदर्शनकारी अजय भारती ने कहा कि सरकार ने सेना में भी ठेकेदारी प्रथा शुरू कर दी है, जिससे युवाओं का मनोबल टूटा है। सेना में भर्ती के लिए दिन रात मेहनत करने वाले युवाओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। चेतावनी देते हुए कहा कि इस फैसले को वापस नहीं लिया गया तो प्रदर्शन इसी तरह से जारी रहेंगे। वहीं हाईवे पर प्रदर्शन के चलते दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई। यातायात बहाल करने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। उधर, सांबा में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते हुए कैली मंडी के सरपंच लब्लु संब्याल ने कहा कि युवाओं ने सेना की भर्ती के लिए पहले से ही फिटनेस पास किए हैं उनकी लिखित परीक्षा ली जाए। वहीं प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनका अग्निपथ से उन्हें कोई लेना देना नहीं है। पहले से ही जो युवक फिट हुए हैं, उन्हें भर्ती किया जाए।


शारीरिक मापदंड पूरे, लिखित परीक्षा ली जाए

युवक साहिल चौधरी ने कहा कि उन्होंने मैदान में दौड़ के साथ अन्य मापदंड पूरे कर लिए हैं, जबकि आज तक उनकी लिखित परीक्षा नहीं ली गई है। इसको लेकर युवाओं में काफी रोष है। युवक दिशांत रंधावा ने कहा कि सारे देश में युवक प्रदर्शन कर रहे हैं। रेलगाड़ियों को जलाया जा रहा है। वह ऐसा नहीं करेंगे। वह अपना प्रदर्शन शांतिपूर्वक कर रहे हैं। वह केंद्र सरकार से मांग कर रहे हैं कि जिन युवाओं ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं उनकी लिखित परीक्षा ली जाए।

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