जम्मू और कश्मीर

कश्मीर में बदलाव की बर्फबारी, रिकॉर्ड पर्यटक होने से मार्च 2022 तक महंगे होटल बुक

Deepa Sahu
3 Jan 2022 5:26 PM GMT
कश्मीर में बदलाव की बर्फबारी, रिकॉर्ड पर्यटक होने से मार्च 2022 तक महंगे होटल बुक
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कश्मीर में करीब 2 साल बाद पर्यटकों की रौनक दिख रही है।

कश्मीर में करीब 2 साल बाद पर्यटकों की रौनक दिख रही है। क्रिसमस और न्यू ईयर के मौके पर दिसंबर में रिकॉर्ड पर्यटक पहुंच रहे हैं। अकेले नवंबर में 1.20 लाख से ज्यादा पर्यटक पहुंचे।

घरेलू पर्यटकों ने बढ़ाई रौनक
ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ कश्मीर के प्रेसिडेंट अशफाक सिद्धिक दुग ने टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल से बताया इस बार काफी समय बाद कश्मीर में पर्यटकों की भारी तादाद है। घरेलू पर्यटक आ रहे हैं। फिलहाल क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए होटल बुक हैं। बर्फबारी ने माहौल को और खुशनुमा बना दिया है। एक तरह से कहें तो रौनक लौटी हैं।

दुग के अनुसार सारे लग्जरी होटल बुक हैं। मार्च 2022 तक 100 फीसदी बुकिंग है। इसकी एक बड़ी वजह है, कोविड प्रोटोकॉल की वजह से अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर लगी पाबंदी है। क्योंकि जो घरेलू पर्यटक विदेश जाने की प्लानिंग कर रहे थे, वह कश्मीर पहुंच गए हैं। जहां तक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की बात है तो नई सख्तियों की वजह से वह इस बार यहां नहीं आ पा रहे हैं।
अक्टूबर-नवंबर में रिकॉर्ड पर्यटक
कश्मीर टूरिज्म के डायरेक्टर डॉ जी.एन.इट्टू ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि नवंबर में 1.27 लाख पर्यटक कश्मीर पहुंचे। जबकि अक्टूबर 95 हजार पर्यटक पहुंचे थे।जो कि पिछले 7 साल में सबसे ज्यादा पर्यटकों की संख्या है। उनके अनुसार पर्यटनों को लगातार प्रमोट करने और ऐतिहासिक त्योहारों के आयोजन ने पर्यटकों में उत्सुकता बढ़ाई। जिसकी वजह से संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

पर्यटन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार जम्मू और कश्मीर के 75 ऑफ बीट जगहों को प्रमोट किया गया है। करीब 2 साल बाद रौनक लौटी है। उम्मीद है कि आगे भी बनी रहेगी। और इस पूरे साल में 5 लाख से ज्यादा पर्यटक कश्मीर पहुंच चुके हैं। इंटरनेशनल जनरल ऑफ एडवांस रिसर्च इन साइंड और इंजीनियरिंग की रिपोर्ट के अनुसार 2012 में कश्मीर की जीडीपी में 7 फीसदी हिस्सेदारी थी। और उसमें 15-16 लाख लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार पा रहे थे।

बजट होटल में रौनक कम
अशफाक सिद्धिक दुग के अनुसार जैसी रौनक हाई-इंड होटल्स में है, वैसी बजट होटल में नहीं दिख रही है। वहां पर 25-30 फीसदी बुकिंग है। इसकी बड़ी वजह है कि अर्थव्यवस्था का असर दिख रहा है। ऐसे में, वह वर्ग जो कम खर्च में कश्मीर घूमने आता था, वह अभी उस तादाद में नहीं आया है। लेकिन अच्छी बात यह है कि पर्यटन क्षेत्र में रौनक आ गई है।


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