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कश्मीर घाटी में 33 साल बाद बिना किसी प्रतिबंध के मनेगा स्वतंत्रता दिवस
जम्मू न्यूज: कश्मीर घाटी में 33 साल के लंबे इंतजार के बाद सही मायने में सामान्य परिस्थितियों में स्वतंत्रता दिवस समारोहों का आयोजन होगा। अधिकारियों ने घाटी में स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच 15 अगस्त और उसके आसपास नागरिक आवाजाही पर सभी प्रतिबंध हटाने और मोबाइल फोन तथा इंटरनेट के सुचारू संचालन की घोषणा की है। कश्मीर संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने 15 अगस्त के आसपास मोबाइल फोन और इंटरनेट को निलंबित करने से इनकार कर दिया है। यह पिछले कई वर्षों के विपरीत है जब अधिकारी 15 अगस्त के आसपास घाटी में मोबाइल फोन और इंटरनेट दोनों सेवाओं को निलंबित कर देते थे।
डिविजनल कमिश्नर ने यह भी कहा कि 15 अगस्त के आसपास और उस दिन घाटी में कहीं भी सार्वजनिक आवाजाही पर किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। कश्मीर के एडीजीपी विजय कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के सुचारू संचालन के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा ग्रिड स्थापित किया गया है, जबकि ड्रोन निगरानी और हवाई रेकी नए सुरक्षा उपायों का हिस्सा होगी। एडीजीपी ने आज यहां बख्शी स्टेडियम में आयोजित फुल-ड्रेस रिहर्सल के मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हवाई रेकी और ड्रोन निगरानी इस साल 15 अगस्त को की गई सुरक्षा व्यवस्था का नवीनतम आयाम है।
घाटी में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह कई वर्षों के बाद बख्शी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। पिछले कई साल से यह समारोह शहर के सोनवार इलाके में शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा था। एडीजीपी ने कहा है कि बख्शी स्टेडियम क्रिकेट स्टेडियम से कहीं बेहतर स्थल है। उन्होंने कहा, “यहां हमारे पास उचित पार्किंग सुविधा और आवास सुविधा है। स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए लोगों को बड़ी संख्या में आना चाहिए।”
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा श्रीनगर में मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और सलामी लेंगे, जबकि विभिन्न जिला विकास आयुक्त अपने जिलों में समारोह का नेतृत्व करेंगे। पुलिस, सेना, अर्धसैनिक बलों, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा बल तथा स्कूली बच्चों की टुकड़ियां बख्शी स्टेडियम में परेड का हिस्सा होंगी। सोमवार को सभी स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थलों पर विविधता में एकता को उजागर करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।