- Home
- /
- राज्य
- /
- जम्मू और कश्मीर
- /
- अस्पताल में कॉर्निया...

उधमपुर स्थित सेना के कमांड अस्पताल में हाल ही में नेत्र बैंक और कॉर्निया प्रत्यारोपण सर्जरी की शुरुआत की गई है। मंगलवार को इससे उधमपुर में दो बुजुर्ग मरीजों की आंखों की रोशनी को वापस लौटाया गया है
सेना प्रवक्ता ने बताया कि कटड़ा में एक व्यक्ति ने मौत के बाद अपनी आंखें दान का फैसला लिया था। मौत के बाद उत्तरी कमांड के आई बैंक द्वारा प्राप्त की गईं। इन्हें कॉर्निया प्रत्यारोपण सर्जरी से दो दृष्टिबाधित लोगों को दृष्टि दी गई है। 64 वर्षीय बुजुर्ग ने 20 साल पहले दोनों आंखों की दृष्टि खो दी थी। अब उन्हें फिर से दुनिया को देख सकने का अवसर मिला है।
वहीं, एक 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला की प्रत्यारोपण सर्जरी की गई। उनकी दाहिनी आंख में पांच साल से कॉर्नियल अपारदर्शिता थी। अब एक बार फिर वह देखने में सक्षम हो गई हैं। प्रवक्ता ने बताया कि उधमपुर जिले में अब तक कोई कॉर्निया प्रत्यारोपण की सुविधा नहीं थी, मेजर जनरल अविनाश दास के दिशा-निर्देश में अस्पताल ने इस साल सुविधा शुरू करने की पहल की गई।
इसके बाद मई में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से मानव अंगों और ऊतकों के प्रत्यारोपण (टीएचओटीए) अधिनियम के तहत नेत्र बैंकिंग और कॉर्निया प्रत्यारोपण सुविधा के लिए पंजीकरण का प्रमाण पत्र प्राप्त किया गया।
कॉर्निया प्रत्यारोपण सर्जरी में प्रशिक्षित लेफ्टिनेंट कर्नल प्रिया टांक के नेतृत्व में एक टीम उधमपुर में नेत्र दान और कॉर्निया अपारदर्शिता के मामलों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। प्रवक्ता ने बताया कि कई मरीजों ने अस्पताल में कॉर्निया प्रत्यारोपण के लिए अपना पंजीकरण कराया है।
क्या होता है कॉर्निया प्रत्यारोपण
कॉर्निया प्रत्यारोपण में मरीज के रोगग्रस्त कॉर्निया को उसे दान किए गए कॉर्नियल ऊतक के साथ बदल दिया जाता है। इससे द आघात, संक्रमण, जन्मजात या कॉर्नियल विकारों के बाद धुंधलेपन के शिकायत को इससे दूर किया जाता है।
