जम्मू और कश्मीर

जम्मू-कश्मीर में स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में बदलाव, प्रदेश में किडनी चिकित्सा सेवाएं की गईं मजबूत: मनोज सिन्हा

Renuka Sahu
6 March 2022 5:24 AM GMT
जम्मू-कश्मीर में स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में बदलाव, प्रदेश में किडनी चिकित्सा सेवाएं की गईं मजबूत: मनोज सिन्हा
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फाइल फोटो 

जम्मू-कश्मीर में किडनी रोग चिकित्सा सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है। ने

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जम्मू-कश्मीर में किडनी रोग चिकित्सा सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है। नेफ्रोलॉजिस्ट, डायलिसिस विशेषज्ञ, प्रत्यारोपण चिकित्सकों को किफायती और समावेशी समाधान के लिए नवीनतम तरीकों और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करना होगा। यह बात उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने वाराणसी में इंडियन सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी के 27वें वार्षिक सम्मेलन में कही।

उन्होंने कहा कि कृत्रिम किडनी जैसी भविष्य की तकनीकों को विकसित करने और सरल देखभाल मॉडल को सुनिश्चित करने के लिए नेफ्रोलॉजी क्षेत्र को मजबूत बनाना होगा। इसके साथ अंगदान और सुरक्षित प्रत्यारोपण अभियान को बढ़ावा देने की जरूरत है।
उन्होंने इंडियन सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी को नेफ्रोलॉजी स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्रों में हुई प्रगति की सालाना समीक्षा करने, गुर्दे की बीमारी के बचाव, विशेषज्ञों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार को सुधारात्मक सुझाव देने की सलाह दी।
एलजी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के सभी जिला अस्पताल अत्याधुनिक डायलिसिस सुविधाओं से लैस हैं। इसमें मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में बदलाव लाया गया है।
ग्रामीण सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाया जा रहा है। आम आदमी के दरवाजे तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए नवीन चिकित्सा पदतियों की शुरुआत की जा रही है। -कश्मीर नीति आयोग के एसडीजी इंडेक्स में फ्रंट रनर की श्रेणी में आगे बढ़ गया है।
यूटी में नवजात मृत्युदर सिंगल डिजिट पर पहुंच गई है। यूनिवर्सल स्वास्थ्य दायरे को बढ़ाया गया है। पिछले दो वर्ष में नीति निर्माताओं, डॉक्टरों और शोधकर्ताओं के लिए वैश्विक महामारी से कई सबक मिले हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र के निजी खिलाड़ियों और अन्य हितधारकों को सस्ती शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
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