जम्मू और कश्मीर

अमरनाथ यात्रा से पहले माहौल खराब करने वालों पर FIR, कोठीबाग थाने में UAP Act के तहत केस दर्ज

jantaserishta.com
3 Jun 2022 5:23 PM GMT
अमरनाथ यात्रा से पहले माहौल खराब करने वालों पर FIR, कोठीबाग थाने में UAP Act के तहत केस दर्ज
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कश्मीर: अमरनाथ यात्रा से पहले माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. श्रीनगर की कोठीबाग पुलिस ने अमरनाथ यात्रा के संबंध में राष्ट्र विरोधी और सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करने वालों के खिलाफ यूएपी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों की पहचान की जा रही है. ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.

बता दें कि इस साल अमरनाथ यात्रा जम्मू कश्मीर में 30 जून से शुरू होगी और 11 अगस्त तक चलेगी. इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से फुल प्रूफ सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया है. अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 11 अप्रैल से शुरू हो गई है. श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन कराने के लिए ऑफिशियल वेबसाइट और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि विश्वसनीय रूप से पता चला है कि आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस समेत कुछ अन्य संगठन और लोग आगामी अमरनाथ यात्रा से पहले राष्ट्र विरोधी संदेश फैला रहे हैं और विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने की गतिविधियों में लिप्त हैं. इसके अलावा, ये लोग अलगाववादी संदेशों और विचारधारा का प्रसार कर रहे हैं. पुलिस ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में गड़बड़ी होने की संभावना है.
पुलिस ने जानकारी के आधार पर ऐसे संगठन और व्यक्तियों के बारे में पता करना शुरू कर दिया है. पुलिस का कहना था कि जल्द ही इन लोगों की पहचान कर ली जाएगी. मामले में एफआईआर भी दर्ज कर ली है. पुलिस ने प्रथम दृष्टया U/S 13 UA(P) Act 153-A, 153-B, 505 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया है. इसके साथ ही जांच टीम का गठन भी किया है.
बताते चलें कि 22 मई को सामने आया था कि अमरनाथ यात्रा को लेकर आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने धमकी भरा पत्र जारी किया है. पत्र में आंतकी संगठन की ओर से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) पर भी निशाना साधा है. संगठन की ओर से कहा गया है कि वे यात्रा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन तीर्थयात्री तब तक सुरक्षित हैं जब तक कि वे कश्मीर मुद्दे में शामिल नहीं होंगे।
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