जम्मू और कश्मीर

जम्मू कश्मीर में लगातार बर्फबारी से लोगों का जन-जीवन हुआ अस्त व्यस्त, जानिए कैसे हैं अभी वहां के हालात

Renuka Sahu
7 Jan 2022 1:27 AM GMT
जम्मू कश्मीर में लगातार बर्फबारी से लोगों का जन-जीवन हुआ अस्त व्यस्त, जानिए कैसे हैं अभी वहां के हालात
x

फाइल फोटो 

मौसम के बढ़ते वेग को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मौसम के बढ़ते वेग को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) जारी किया है. आपको बता दें कि 7 से 9 जनवरी तक भारी बर्फबारी की भविष्यवाणी की गई है. पर्यटकों के लिए ये एक खूबसूरत नजारे देखने का मौका है लेकिन वहां पर रह रहे लोगों को ऐसे मौसम की वजह से मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.

प्रशासन ने बरती सावधानी
घाटी को दुनिया के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले एकमात्र सड़क मार्ग जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है. खराब मौसम के कारण दर्जनों उड़ानों को भी रद्द करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. लगातार दूसरे दिन बर्फबारी और बारिश के कारण प्रशासन ने फ्रंट फुट पर आकर हर जिले में कंट्रोल रूम बना दिए हैं. भूस्खलन (Landslide) के बाद एहतियात के तौर पर जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग को वाहनों की आवाजाही (Movement) के लिए बंद कर दिया गया है. इस भूस्खलन में एक गाड़ी के आने से एक व्यक्ति की मौत और चार लोग जख्मी हो चुके हैं.
पर्यटकों के लिए घाटी हुई गुलजार
श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Srinagar International Airport) पर लगातार दूसरे दिन भी कम दृश्यता (Visibility) के कारण नौ उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं. इस बर्फबारी से कश्मीर घाटी पर्यटकों के लिए गुलजार हो गई है. सभी हिल स्टेशन पर्यटकों से भरे हुए. लेकिन आम लोगों के लिए ऐसा मौसम मुश्किलें खड़ी कर रहा है. बर्फ के कारण रास्तों पर फिसलने का खतरा बना रहता है. कश्मीर घाटी को कई इलाकों से संपर्क साधने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. खराब मौसम के चलते मुगल रोड और जोजिला पास भी बंद हो गया है.
बर्फ मुश्किलें बढ़ाती है
कश्मीरी कहते हैं कि बर्फ कश्मीर के लिए जरूरी है लेकिन ये मुश्किलें भी बढ़ा देती है. कश्मीरी मोहम्मद अमीन डार ने कहा कि इस कड़ाके की सर्दी में हमें कटौती के कारण बिजली की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. रास्ते बंद होने की वजह से चीजें महंगी हो जाती हैं. इस पर शबीर अहमद कहते हैं कि कश्मीर में बर्फ से ही गर्मियों में पानी मिलता है. बता दें कि कश्मीर और लद्दाख में 3 जनवरी की शाम से बर्फबारी और बारिश जारी है, जिससे घाटी के तापमान में और गिरावट आई है.
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने 9 जनवरी तक पूरे कश्मीर में बारिश और हिमपात (Snow) की भविष्यवाणी की है. विभाग ने कहा है कि 7 और 8 जनवरी को कश्मीर में भारी हिमपात होने की संभावना है. साथ ही कश्मीर और लद्दाख में ऑरेंज अलर्ट के साथ हिमस्खलन और भूस्खलन की चेतावनी भी जारी की गई है. मौसम विभाग अधिकारी ने कहा, '7-8 जनवरी के दौरान एक और स्पेल (Spell) की उम्मीद है. लोगों से हिमस्खलन संभावित क्षेत्र में सतर्कता बरतने का अनुरोध है क्योंकि हमारे डेटा से पता चलता है कि अधिकांश हिमस्खलन (Avalanche) भारी बर्फबारी के दौरान शुरू होते हैं.'
न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस
मौसम विभाग अधिकारी ने लोगों से ट्रैफिक एडवाइजरीज का पालन करने का आग्रह किया है. श्रीनगर में 24 घंटे में आज सुबह साढ़े आठ बजे तक 5 मिमी बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई. अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. उस समय गुलमर्ग में 33 एमएम हिमपात हुआ और विश्व प्रसिद्ध रिसॉर्ट में पारा पिछली रात शून्य से 5.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. वहीं दक्षिण कश्मीर के प्रसिद्ध रिसॉर्ट पहलगाम में 15 एमएम बर्फबारी हुई और पिछली रात शून्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस कम तापमान दर्ज किया गया.
बांदीपोरा-गुरेज मार्ग बंद
जानकारी के मुताबिक लगातार हो रही बर्फबारी के बीच बांदीपोरा-गुरेज मार्ग बंद रहा. मुख्य बांदीपोरा में 3.4 इंच बर्फ, राजदान की टॉप पर 2.0 फीट, तुलैल में 2 फीट और दावर गुरेज में 4 फीट बर्फ है. वहीं गांदरबल जिले के सोनमर्ग के आसपास 1.5 फीट बर्फबारी दर्ज की गई. अधिकारी ने बताया कि लद्दाख के लेह में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कारगिल में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. कश्मीर 40 दिनों की सबसे कठोर सर्दियों की चपेट में है, जिसे स्थानीय रूप से 'चिल्लई कलां' के रूप में जाना जाता है, जो 21 दिसंबर से शुरू होता है.
Next Story