जम्मू और कश्मीर

डीजी नी-एमएसएमई ने एलजी सिन्हा से मुलाकात की

Kavita Yadav
3 May 2024 3:04 AM GMT
श्रीनगर: राष्ट्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम संस्थान (एनआई-एमएसएमई) हैदराबाद के महानिदेशक डॉ सुंचू ग्लोरी स्वरूपा ने आज राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की। डीजी नी-एमएसएमई और उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर में एमएसएमई को बढ़ावा देने से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा की। बैठक के दौरान आईयूएसटी के कुलपति प्रोफेसर शकील अहमद रोमशू भी उपस्थित थे। कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि देश के विकास में छोटे और मंझले सहयोगियों का बड़ा योगदान है। अगर देश को दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति शामिल है तो इस सेक्टर को और बड़ी संख्या में स्थान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर ने देश के आर्थिक विकास को समावेशी एवं समाधान बनाया है। समाज में समरसता का यह महत्वपूर्ण क्षेत्र है। एमएसएमई दस्तावेज़ फ़्लोरिडा के वैश्विक पिरामिड स्टूडियो गोयनका ने कहा कि देश में करीब 11 करोड़ से ज़्यादा लोगों को रोज़गार इसी क्षेत्र से मिला। यानी करीब 60 करोड़ की आबादी किसी न किसी रूप में जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि वह नौ साल पहले एमएसएमई, उद्योग, व्यापार, उद्योग, महिला, एसटी-एससी, गांव और युवा उद्यमियों के विकास के लिए लघु उद्योग के राष्ट्रीय स्तर पर एक उद्योग और संयुक्त आवाज के रूप में काम कर रहे हैं।
9वें एएमएसएमई एक्सपो- 2023 में रूस एक विशेष पेवेलियन में ग्लोबल समित सत्र में भाग ले रहा है। रूस को भारत से 500 से अधिक स्मारकों की आवश्यकता है जिसे भारत दे सकता है। यही कारण है कि इस कार्यक्रम का महत्व बढ़ गया है। यह भारत के लिए बड़ा अवसर साबित हो सकता है।

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