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साल औसत 3 हजार लोगों से साइबर ठगी हो रही है : जम्मू
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | साइबर अपराध में फंसने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। गंभीर बात यह है कि इनमें सबसे लंबी गिनती पढ़े-लिखे लोगों की है। जम्मू में हर साल औसत 3 हजार लोगों से साइबर ठगी हो रही है। इनमें 2700 लोग पढ़ी-लिखी जमात से हैं। ज्यादातर सेवानिवृत होने वाले सरकारी मुलाजिम और अर्धसैनिक बलों को लूटा जा रहा है।
साइबर अपराध पुलिस अफसरों का कहना है कि ठगी के शिकार होने वालों में 90 प्रतिशत संख्या पढ़े-लिखे लोगों की है। यहां तक कि केएएस, आईआरएस, आईपीएस, आईएएस अफसर तक इसके शिकार हो रहे हैं। यहीं नहीं डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी, शिक्षक, सरकारी विभागों के कर्मचारी, पुलिस में तैनात अधिकारी व कर्मचारी, सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी, अधिवक्ता, नेता व प्रशासनिक अधिकारी भी सूची में शामिल हैं।
इस समय जम्मू में बिजली बिल के भुगतान और सामान डिलीवर करने के नाम पर सबसे अधिक ठगी हो रही है। पिछले 20 दिन में एक करोड़ रुपये की ठगी हो चुकी है। बिजली बिल के नाम पर सबसे अधिक मैसेज नौकरी पेशा और रिटायर लोगों को आते हैं। जो पेंशन या वेतन कटने के डर से झट से बिजली बिल का भुगतान करते हैं।
इसके चक्कर में उनका पैसा कट जाता है। जबकि बिजली विभाग की तरफ से कभी किसी को फोन करके बिजली काटने की धमकी नहीं दी जाती। इसके अलावा सामान डिलीवर करने के नाम एक मैसेज या काल आती है। बताया जाता है कि आपका कोई सामान आया है। लिंक पर क्लिक करें। जैसे ही लिंक ओपन हुआ तो एक एप डाउनलोड हो जाएगा और इसके बाद पैसे कट जाते हैं।