जम्मू और कश्मीर

सेना प्रमुख जनरल आज सुरक्षा हालातों का जायजा लेने दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे जम्मू

Admin4
3 Nov 2021 4:08 PM GMT
सेना प्रमुख जनरल आज सुरक्षा हालातों का जायजा लेने दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे जम्मू
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सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे जहां वह सुरक्षा हालात और अभियानगत तैयारियों की करेंगे समीक्षा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे जहां वह सुरक्षा हालात और अभियानगत तैयारियों की करेंगे समीक्षा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. पुंछ और राजौरी जिलों के जंगल में आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान के बीच सेना प्रमुख पिछले करीब दो सप्ताह में दूसरी बार जम्मू का दौरा कर रहे हैं. यह अभियान हालिया समय में सबसे लंबा अभियान है जोकि बुधवार को 24वें दिन भी जारी रहा.भारतीय सेना में जन सूचना अतिरिक्त महानिदेशालय ने ट्वीट किया, 'सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे जम्मू क्षेत्र के दौरे पर हैं जहां उन्हें सुरक्षा हालात और परिचालन तैयारियों के बारे में अवगत कराया जाएगा.

सेना प्रमुख अग्रिम क्षेत्रों का दौरा करने के साथ ही तैनात सैनिकों और कमांडरों से बातचीत करेंगे.' इससे पहले नरवणे ने 18 और 19 अक्टूबर को सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी का दौरा किया था, जहां 11 अक्टूबर से मेंढर, सुरनकोट और थानामंडी के वन क्षेत्रों में छिपे आतंकवादियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चल रहा है.17 अक्टूबर को एम एम नरवणे ने पुंछ में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सूबेदार अजय सिंह और नाइक हरेंद्र सिंह के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्ति की थी. अजय सिंह और हरेंद्र सिंह ने मेंढर के नार-खास जंगल में आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था. भारतीय थल सेना ने ट्वीट किया था, 'सेना प्रमुख एमएम नरवणे और सभी रैंक के अधिकारियों ने बहादुर सूबेदार अजय सिंह और नाइक हरेंद्र सिंह को सलामी दी, जिन्होंने पुंछ अभियान के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की.'
कश्मीर में अब हालात कहीं बेहतरः डीजीपी दिलबाग सिंह-
अभी हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा था कि कश्मीर में अब हालात कहीं बेहतर हैं और लोग शांति एवं विकास की दिशा में बढ़ना चाहते हैं. केंद्रशासित प्रदेश में हाल में हिंसा की घटनाओं में वृद्धि देखने को मिली थी. डीजीपी सिंह ने स्थानीय आतंकवादियों से हथियार छोड़ने की अपील की थी और युवाओं से किताब-कलम उठाकर जम्मू-कश्मीर की समृद्धि और प्रगति की दिशा में काम करने का आह्वान किया था.


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