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जम्मू और कश्मीर
अमरनाथ यात्रा पर मौसम की मार, खराब मौसम के कारण आधार शिविर जम्मू से यात्रा स्थगित
Renuka Sahu
22 July 2022 6:03 AM GMT
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फाइल फोटो
मानसून की बारिश से बिगड़े मौसम की अमरनाथ यात्रा पर मार पड़ी है। खराब मौसम के कारण आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से शुक्रवार को भी यात्रा स्थगित कर दी गई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मानसून की बारिश से बिगड़े मौसम की अमरनाथ यात्रा पर मार पड़ी है। खराब मौसम के कारण आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से शुक्रवार को भी यात्रा स्थगित कर दी गई है। प्रशासन लगातार मौसम पर नजर बनाए हुए हैं। इससे पहले जम्मू से वीरवार तड़के भेजा गया 4703 श्रदालुओं के जत्थे को खराब मौसम के कारण रामबन के चंद्रकोट स्थित यात्री निवास पर रोक दिया गया था।
बताया जाता है कि रामबन में हाईवे के विभिन्न हिस्सों में पहाड़ों से पत्थर गिरने के साथ भूस्खलन हो रहा है। जिससे यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जत्थे को आगे नहीं भेजा गया है। पारंपरिक पहलगाम और बालटाल रूट से वीरवार को 10310 श्रदालुओं ने पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किए।
पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी का आकार कम हुआ है, लेकिन शिव भक्तों के उत्साह और जोश में कोई कमी नहीं आई है। भक्तों की आस्था का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देशभर से हजारों श्रदालु प्रतिदिन जम्मू कश्मीर में पहुंच रहे हैं। मौसम के अनुकूल बने रहने से पारंपरिक बालटाल और पहलगाम रूट से अमरनाथ यात्रा जारी है।
अब तक दो लाख से अधिक श्रदालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से बालटाल रूट के लिए 2001 श्रदालुओं का जत्था भेजा गया। इसमें 1216 पुरुष, 771 महिलाएं, 14बच्चे शामिल रहे। इसी तरह 1952 पुरुष, 606 महिलाएं, 13 बच्चे, 115 साधु और 16 साधवी के साथ पहलगाम रूट के लिए 2702 श्रदालुओं के जत्थे को भेजा गया।
प्राकृतिक सौंदर्य और पारंपरिक रूटों का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रदालु पहलगाम रूट से ही यात्रा कर रहे हैं। जम्मू के वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और महाजन हाल शालामार में तत्काल पंजीकरण के लिए यात्रियों की भीड़ पहुंच रही है।
इसके अलावा सैकड़ों यात्री जिन्होंने पहले से ही अग्रिम यात्री पंजीकरण करवाया है वे सीधे ही पहलगाम और बालटाल बेस कैंप के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। अमरनाथ छड़ी मुबारक की भीतैयारी की जा रही है। आगामी 28 जुलाई को ऐतिहासिक शंकराचार्य मंदिर और 29 जुलाई को शारिका भवानी मंदिर में महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में छड़ी को ले जाया जाएगा।
इसके अलावा छड़ी अन्य मंदिरों में भी पूजा अर्चना करेगी। रक्षाबंधन पर श्रावण पूर्णिमा पर छड़ी पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन करेगी।
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