जम्मू और कश्मीर

शोपियां के नागबल में लंबी मुठभेड़ के बाद मारे गए 3 आतंकी

Rani Sahu
31 Aug 2022 4:28 PM GMT
शोपियां के नागबल में लंबी मुठभेड़ के बाद मारे गए 3 आतंकी
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दक्षिण कश्मीर के शोपियां में मंगलवार दोपहर बाद हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-ताइबा के तीन दहशतगर्दों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया
दक्षिण कश्मीर के शोपियां में मंगलवार दोपहर बाद हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-ताइबा के तीन दहशतगर्दों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया। मारे गए आतंकियों से हथियार बरामद किए गए हैं। पूरे इलाके में अब भी तलाशी अभियान जारी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इलाका आतंकियों से मुक्त हो गया है।
पुलिस ने बताया कि नागबल इलाके में सेब के बगीचे में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान पुलिस, सेना व सीआरपीएफ के संयुक्त दल ने तलाशी अभियान शुरू किया। घेरा सख्त होते छिपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने संयम बरतते हुए दहशतगर्दों को समर्पण के लिए कहा।
कई बार की अपील के बाद भी वे नहीं माने और सुरक्षा बलों पर लगातार फायरिंग करते रहे। इसके बाद जवाबी कार्रवाई शुरू की गई। दो घंटे से भी कम समय तक चली मुठभेड़ में एक-एक कर तीन आतंकी मार गिराए गए। पुलिस ने बताया कि मारे गए आतंकियों के पास से बरामद सामग्री से यह पता चलता है कि वे लश्कर से जुड़े हुए थे। पुलिस ने स्थानीय नागरिकों से मुठभेड़ स्थल से दूर रहने की अपील की है। पुलिस ने आशंका जताई है कि मौके पर आतंकियों का कुछ असलहा हो सकता है, जिससे दुर्घटना भी हो सकती है।
मारे गए तीनों आतंकी स्थानीय
कश्मीर संभाग के एडीजीपी विजय कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकियों की शिनाख्त कर ली गई है। दानिश खुर्शीद भट, तनवीर वानी व तौसीफ भट तीनों स्थानीय आतंकी हैं। ये सभी विभिन्न आतंकी वारदातों में शामिल रहे हैं। आतंकी दानिश शोपियां में युवाओं को आतंकी बनने के लिए प्रेरित करता था। कश्मीर ADGP विजय कुमार ने बताया कि SSP शोपियां को तीन लश्कर आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली थी जिसके बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने घेराबंदी कर एनकाउंटर शुरू किया। ऑपरेशन में तीनों स्थानीय आतंकवादियों को मार गिराया। मारा गया आतंकवादी दानिश भट्ट आतंकवादियों की भर्ती प्रक्रिया में शामिल था।
विजय कुमार ने बताया कि पिछले 2.5 साल में सिर्फ शोपियां में 150 आतंकियों को मार गिराया है और अब काफी कम आतंकी बचे हैं। एक महीने के बाद जब सेबों के पेड़ के पत्ते झड़ेंगे तब विज़िबिलिटी बढ़ जाएगी, जिससे एनकाउंटर में आसानी होगी।
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