प्रतापगढ़: बेल्हा में बिना लाइसेंस संचालित आरओ प्लांट संचालक बॉटल में शुद्ध पेयजल के नाम पर बीमारी बेंच रहे हैं. अधिकतर मोहल्लों का पानी खारा होने के कारण लोग मजबूरी में इसे खरीद कर गला तर कर रहे हैं. आलाधिकारियों व भूगर्भ जल विभाग के अफसरों की अनदेखी से जिले भर में पानी का अवैध कारोबार तेजी से फल फूल रहा है.
मामूली बुखार व संक्रमण में भी चिकित्सक सबसे पहले उबला हुआ पानी पीने की सलाह देते हैं. पानी उबला हुआ पीने की सलाह के पीछे मंशा इसे शुद्ध करना ही है. चिकित्सकों की इस सलाह से यह आसानी से समझा जा सकता है कि हम जिस पानी को पी रहे हैं, उसका शुद्ध होना कितना महत्वपूर्ण है. इसके बाद भी बेल्हावासी जिस पानी को मुहमांगी कीमत देकर खरीदते हैं, उसकी शुद्धता की जानकारी उन्हें नहीं है.
इसी बात का फायदा लेकर जिले में 167 मानक विहीन आरओ प्लांट का संचालन किया जा रहा है. जहां से हर दिन करीब 10 लाख लीटर पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. अवैध तरीके से संचालित आरओ प्लांट की जानकारी जिले के आलाधिकारियों को भी है लेकिन इस पर रोक लगाने के लिए आज तक कोई प्रयास नहीं किया गया.