अभी तक फेफड़ों और हड्डियों से ग्रसित क्षय रोग के मरीज निकल रहे थे, लेकिन अब क्षय रोग दिमाग में भी होने लगा है। अगर किसी को सिर में दर्द और थकान है तो किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें, क्योंकि सिर में क्षय रोग हो सकता है। फर्रुखाबाद में ऐसे 7 मरीज सामने आ चुके हैं। इन मरीजों का इलाज चल रहा है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुनील मल्होत्रा ने बताया, अगर किसी के सिर में दर्द और थकान है तो इसे नजर अंदाज मत करिए। अगर लापरवाही बरती तो जान जा सकती है, क्योंकि सिर में दर्द है तो टीबी रोग भी हो सकता है। इसलिए दर्द होने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें। उन्होंने बताया क्षय रोग कई प्रकार का होता है। इसमें एक यह भी होता है। डॉ. सुनील मल्होत्रा ने कहा, यह क्षय रोग किसी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। दिमाग में टीबी के मरीजों में 10 फीसदी लोगों की नसों में ब्लॉकेज हो जाता है। अगर समय से ऐसे मरीजों को इलाज नहीं मिला तो ब्रेन हेमरेज का खतरा बढ़ जाता है। जिले में 7 मरीज सिर के टीबी के हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया, फेफड़े की टीबी संक्रमण से फैलती है। अगर कोई व्यक्ति फेफड़े की टीबी से ग्रसित है तो किसी दूसरे व्यक्ति को खांसते और छींकते समय उसके सामने नहीं रहना चाहिए। खांसने से वायरस दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाता है। इससे वह व्यक्ति फेफड़े की टीबी का शिकार हो जाता है।
सिर की टीबी के यह हैं लक्षण …
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया, सिर की टीबी में व्यक्ति का बेहोश होना, चक्कर आना, सिर में दर्द बना रहना, थकान, बुखार, उल्टी, चिड़चिड़ापन रहता है।