हिमाचल प्रदेश

हिमाचल में 2 अगस्त तक भारी बारिश का यैलो अलर्ट

Shantanu Roy
30 July 2023 9:18 AM GMT
हिमाचल में 2 अगस्त तक भारी बारिश का यैलो अलर्ट
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शिमला। राज्य में आसमान बरसती आफत से राहत मिलने वाली नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार 4 अगस्त तक मौसम खराब बना रहेगा जबकि 2 अगस्त तक भारी बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा। इस दौरान भूस्खलन, बाढ़, नदी-नालों के प्रवाह में वृद्धि, खराब दृश्यता, विद्युत व पानी संचार में व्यवधान हो सकता है। विभाग की तरफ से अनावश्यक यात्रा न करने और नदी-नालों से दूर रहने की एडवाइजरी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार 30, 31 जुलाई व पहली अगस्त को मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा/हिमपात जबकि 2 अगस्त को मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने का अनुमान है। शनिवार को भी राजधानी शिमला सहित कई क्षेत्रों में वर्षा हुई और केलांग में न्यूनतम तापमान 11.4 जबकि ऊना में अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री, वहीं राजधानी शिमला का अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया है।
राजधानी शिमला में शनिवार को 4.6, सुंदरनगर में 5, भुंतर व ऊना में 1, नाहन में 6.2, सोलन में 7, मनाली में 8, मंडी में 18, कुफरी में 5.5, कुकुमसेरी में 1, नारकंडा में 2.5, मशोबरा व सैंज कुल्लू में 30 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जबकि पिछले 24 घंटों में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम, लेकिन शिमला जिला में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज हुई है। इसमें रामपुर बुशहर में 7, रोहड़ू में 6, कोटखाई व कटौला में 4, नारकंडा, धर्मशाला, कसोल में 3, नाहन, पालमपुर, धर्मशाला, मनाली, करसोग में 2, नगरोटा सूरियां, मंडी, जोगिंद्रनगर, कांगड़ा, डल्हौजी, सुजानपुर टिहरा, शिमला, कुफरी में 1 सैंटीमीटर वर्षा हुई है।
ब्रौनी खड्ड के पास भूस्खलन से नैशनल हाईवे-5 वाहनों की आवाजाही के लिए 2 दिन से बंद है। किनौर का सड़क संपर्क शिमला से कटा हुआ है। एनएच बंद होने से रामपुर और झाकड़ी में बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं। एनएच प्राधिकरण के लिए ब्रौनी खड्ड को बहाल करना चुनौती बना हुआ है। प्रदेश में शनिवार सुबह 10 बजे तक 3 नैशनल हाईवे सहित 419 सड़कें यातायात के लिए ठप्प रहीं। इसमें सबसे अधिक शिमला जिले में 177, मंडी में 51, कुल्लू में 123, सिरमौर में 29 सड़कें शामिल हैं। किन्नौर में एनएच-05, कुल्लू में एनएच-305 और लाहौल-स्पीति में एनएच-505 बंद चले हुए हैं। राज्य में 632 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हुए हैं, जिसमें शिमला जिले में 391, मंडी में 115, कुल्लू में 120 ट्रांसफार्मरों के बंद चले रहने से कई इलाकों में ब्लैक आऊट चला हुआ है। 100 पेयजल योजनाएं भी ठप्प हैं, जिसमें सबसे अधिक जिला शिमला में 86 योजनाएं शामिल हैं।
शुक्रवार देर रात से जारी बारिश से रामपुर उपमंडल में कई जगह पर भूस्खलन होने से मकान खतरे की जद में आ गए हैं। चूहा बाग से लेकर खनेरी तक नैशनल हाईवे पर जगह-जगह पहाड़ी से भूस्खलन हुआ है। कई इलाकों में बिजली भी गुल है। रामपुर के नजदीक कल्याणपुर में भूस्खलन से कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है। जिला कुल्लू की सैंज घाटी की देहुरीधार पंचायत के गांव जतेहड़ गांव को पहाड़ी दरकने से खतरा हो गया है। गांव में 5में से 3 परिवारों ने अपना घर छोड़ दिया और प्राइमरी स्कूल न्यूली में रहने को मजबूर हैं। उधर, कुल्लू-मनाली वामतट मार्ग पर छरूड़ू में बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। छरूड़ू में सड़क का 100 मीटर हिस्सा ब्यास में बह गया था। इसके बाद वामतट मार्ग में कुल्लू से नग्गर तक बड़े वाहनों की आवाजाही ठप्प थी। अब मनाली से कुल्लू की तरफ आने वाले वाहन वाया वामतट मार्ग होकर कुल्लू जा सकते हैं। भुंतर-मणिकर्ण के बीच अभी भी बसें नहीं चल पाई हैं।
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