हिमाचल प्रदेश

विधानसभा में बर्दाश्त नहीं करेंगे झूठ, कांग्रेस विधायक के आरोपों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का प्रहार

Renuka Sahu
27 Feb 2022 4:35 AM GMT
विधानसभा में बर्दाश्त नहीं करेंगे झूठ, कांग्रेस विधायक के आरोपों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का प्रहार
x

फाइल फोटो 

विधानसभा के बजट सत्र के दौरान शनिवार को एक समय ऐसा भी आयाए जब बाहर बर्फ गिर रही थी और अंदर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विपक्ष पर बरस रहे थे।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान शनिवार को एक समय ऐसा भी आयाए जब बाहर बर्फ गिर रही थी और अंदर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विपक्ष पर बरस रहे थे। दरअसल राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कुल्लू से कांग्रेस विधायक सुंदर ठाकुर ने कुछ ऐसे आरोप लगा दिए जो मुख्यमंत्री को बर्दाश्त नहीं हुए। सुंदर ठाकुर ने पहले कांग्रेस के एक पूर्व प्रधान की मारपीट में हुई मौत का मामला उठाते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को आड़े हाथ लिया और दोनों ओर से आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया।

इसके बाद उन्होंने कुल्लू हास्पिटल में वेंटिलेटर खराब होने और पीएम की मंडी जनसभा में पावर पॉलिसी को बिजली प्रोजेक्टों के दबाव में लांच न करवाने के आरोप जड़ दिए। इसे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गुस्सा हो गए और सदन में विपक्ष पर जमकर बरसे। उन्होंने सुंदर सिंह ठाकुर को कहा यह झूठ और गंदगी सदन में नहीं चलेगी। आप जनसभा को संबोधित नहीं कर रहे। आप के नेता भी ऐसे हैं, जो वे सिर पैर की बातें करने से नहीं रोकते। यह बदतमीजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सुंदर सिंह ठाकुर से कहा कि मैं आपको जानता हूं लेकिन झूठ बोल कर एक बार विधायक बना जा सकता है बार-बार नहीं। इसलिए इस व्यवहार को सुनिश्चित करें। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंडी रैली में किसी पॉलिसी को लांच करने का कोई तुक नहीं बनता है। वह न सिर्फ प्रधानमंत्री हैं बल्कि विश्व के एक बड़े नेता हैं। इसलिए कांग्रेस विधायक ये बेतुकी बातें न करें। इनका हकीकत से कोई लेना देना नहीं है।
अपनी बात रखना अधिकार
इस टकराव के बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भी हस्तक्षेप किया, क्योंकि मुख्यमंत्री ने कहा था कि विपक्ष के विधायकों को उनके नेता भी नहीं रोकते। उन्होंने कहा कि वह पहले ही कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री को आजकल गुस्सा आ रहा है । नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अपने चुनाव क्षेत्र की बात रखना विधायक का अधिकार है। सत्ता के आखिरी साल में इस तरह गुस्सा नहीं आना चाहिए लेकिन मुख्यमंत्री विपक्ष की ओर से मांगी जा रही जवाबदेही को गुस्सा दिखा कर टालना चाह रहे हैं।
ओल्ड पेंशन का उठाया मुद्दा
विपक्ष के साथ टकराव का यह अकेला उदाहरण नहीं था। इसके अलावा भी कई बार सदन में हंगामा हुआ। राज्यपाल अभिभाषण के दौरान आशा कुमारी ने ओल्ड पेंशन का मामला फिर से उठा दिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार ने पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया है और अब छत्तीसगढ़ में भी यह किया जा रहा है। हिमाचल में पता नहीं क्यों मुख्यमंत्री ने जिद बनाकर रखी है, जबकि नेता प्रतिपक्ष पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि कांग्रेस ओल्ड पेंशन को बहाल करेगी। इस पर दूसरी तरफ बैठे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी सीट से उठे बगैर कमेंट किया, तुम लोग देखो अभी।
Next Story