हिमाचल प्रदेश

Weather: शिमला में खिली धूप, कुछ भागों में इस दिन भारी बारिश का अलर्ट

Tara Tandi
31 Aug 2024 6:28 AM GMT
Weather: शिमला में खिली धूप, कुछ भागों में इस दिन भारी बारिश का अलर्ट
x
Weather शिमला: हिमाचल प्रदेश के कई भागों में मानसून कमजोर पड़ गया है। राजधानी शिमला सहित आसपास भागों में आज सुबह से ही धूप खिली हुई है। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से प्रदेश के कुछ भागों में 6 सितंबर तक हल्की बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान है। 2 सितंबर के लिए कुछ स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट है। 3 सितंबर के लिए बिजली चमकने व अंधड़ का अलर्ट है। शुक्रवार रात को सुंदरनगर में 44.8, शिलारू 43.1, जुब्बड़हट्टी 20.4, मनाली 17.0, शिमला 15.1, सलापड़ 11.3 और डलहौजी में 11.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उधर, राज्य में शनिवार सुबह 10:00 बजे तक जगह-जगह भूस्खलन से 72 सड़कों पर आवाजाही बंद रही। इसके अतिरिक्त 32 जल आपूर्ति स्कीमें भी प्रभावित हैं।
कहां कितना न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 17.1, सुंदरनगर 20.0, भुंतर 19.8, कल्पा 12.1, धर्मशाला 18.5, ऊना 21.6, नाहन 23.9, केलांग 14.6, पालमपुर 17.5, सोलन 19.8, मनाली 15.9, कांगड़ा 20.5, मंडी 20.2, बिलासपुर 22.9, चंबा 20.0, डलहाैजी 15.4, कुकुमसेरी 10.3, भरमाैर 16.8, धाैलाकुआं 25.2, कसाैली 19.9, पांवटा साहिब 26.0, देहरा गोपीपुर 26.0, ताबो 13.4, नेरी 23.5 व सैंज में 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मानसून सीजन में सामान्य से 23 फीसदी कम बारिश
प्रदेश के पांच जिलों बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर में अगस्त के दौरान सामान्य से अधिक बादल बरसे। शेष सात जिलों में सामान्य कम बारिश दर्ज हुई। 1 से 31 अगस्त तक प्रदेश में सामान्य से पांच फीसदी कम बारिश हुई। मानसून सीजन में भी सामान्य से 23 फीसदी कम बारिश हुई है। 1 से 31 अगस्त तक 256.8 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है, इस बार अगस्त में 244.7मिलीमीटर बारिश हुई। मानसून सीजन के दौरान सिर्फ शिमला जिला में सामान्य से 55 फीसदी अधिक बारिश हुई है। शेष 11 जिलों में कम बादल ही बरसे।
मानसून सीजन में बादल फटने व भूस्खलन में 34 लोगों की माैत
इस मानसून सीजन में 27 जून से अब तक राज्य में बादल फटने की 51 व भूस्खलन की 37 घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं में 34 लोगों की माैत हुई। पांच घायल हुए और 33 अभी भी लापता है। मानसून में 122 घर, 17 दुकानें व 24 गोशालाओं को क्षति पहुंची। 149 पालतु पशुओं को भी जान गंवानी पड़ी।
Next Story