हिमाचल प्रदेश

भाखड़ा और पोंग डैम से नहीं छोड़ा जाएगा पानी, क्षमता से काफी नीचे है जलस्तर

Shantanu Roy
11 July 2023 9:30 AM GMT
भाखड़ा और पोंग डैम से नहीं छोड़ा जाएगा पानी, क्षमता से काफी नीचे है जलस्तर
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हिमाचल प्रदेश। हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचा रखी है। पिछले दो दिनो की बारिश से हिमाचल के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। रावी, सतलज और व्यास जैसी नदिया उफान पर हैं। भारी बारिश के कारण कई जगहों पर पुल और सड़कें बह गई हैं। इस बीच अधिकारियों ने बताया कि भाखड़ा और पोंग बांध से पानी छोड़ने का अभी कोई विचार नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि भाखड़ा डैम की क्षमता 1680 फुट तक पानी स्टोर करने की है, जबकि अभी पानी सिर्फ 1619 फुट पर है।
इसी प्रकार पोंग डैम की क्षमता 1443 फुट पानी इकट्ठा करने की है और अभी 1390 फुट पानी ही पोंग डैम में है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों बांधों में पानी क्षमता से काफी नीचे है, इसलिए अभी बांधों से पानी छोड़ने का कोई विचार नहीं है। पंडोह डैम का जलस्तर भी अभी अपनी क्षमता से काफी नीचे बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, पंडोह डैम की क्षमता 2951 फुट है। लेकिन अभी इसमें 2920 फुट ही पानी है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में पांच लोगों की मौत हो गई, कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। इस बीच, प्रशासन ने दो दिनों लिए विद्यालयों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। सभी प्रमुख नदियां उफान पर है और स्थानीय मौसम विभाग कार्यालय ने नौ जुलाई को किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति के आदिवासी जिलों को छोड़कर, 12 जिलों में से 10 जिलों में अत्यधिक भारी बारिश के लिए नौ जुलाई को रेड अलर्ट (204 मिलीमीटर से अधिक वर्षा) जारी किया है।
राज्य आपदा अभियान केंद्र के अनुसार, राज्य में बीते 36 घंटों में भूस्खलन की 14 बड़ी घटनाएं और अचानक बाढ़ आने की 13 घटनाएं हुईं। इस दौरान 700 से अधिक सड़कें बंद कर दी गईं। मनाली में भारी बारिश से दुकानों के बहने और कुल्लू, किन्नौर तथा चंबा में अचानक नाले में आई बाढ़ में वाहनों के बह जाने और कृषि भूमि को नुकसान होने की भी खबरें सामने आई है। शिमला जिले में कई सड़कें बंद कर दी गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि शिमला जिले के कोठगढ़ इलाके में भूस्खलन से एक घर ढह गया, जिसमें एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। कुल्लु शहर में भी भूस्खलन से एक कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हो गया जिसमें एक महिला की मौत हो गई।
एक अन्य हादसे में चंबा तहसील के कातियान में शनिवार रात भूस्खलन के मलबे में एक व्यक्ति दफन हो गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शोक व्यक्त किया और कहा कि जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। लाहौल और स्पीति के चंद्रताल में 200 लोग फंसे हुए हैं। मौके पर मौजूद पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने बताया कि सभी लोग सुरक्षित हैं और भोजन एवं आवश्यक दवाइयों का इंतजाम कर दिया गया है। उन्हें एक या दो दिन में सड़कें दुरुस्त होते ही निकाल लिया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य से संबद्ध सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों और कॉलेजों को दो दिनों के लिए, 10 और 11 जुलाई को बंद कर दिया है। यहां जारी एक आदेश में उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक अमरजीत शर्मा ने कहा कि आईसीएसई, सीबीएसई और अन्य बोर्ड से संबद्ध स्कूल अपने स्तर पर स्कूल बंद करने के संबंध में निर्णय ले सकते हैं। राज्य में रविवार सुबह तक 736 सड़कें बंद रहीं, जबकि 1,743 ट्रांसफॉर्मर और 138 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित रहीं।
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