हिमाचल प्रदेश

राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करके लोकतंत्र की आवाज नहीं कुचली जा सकती: राजेंद्र राणा

Shantanu Roy
1 April 2023 9:51 AM GMT
राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करके लोकतंत्र की आवाज नहीं कुचली जा सकती: राजेंद्र राणा
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हमीरपुर। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करने में केंंद्र की मोदी सरकार द्वारा दिखाए गए अति उतावलेपन को लेकर सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने आज यहां जिला मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा पर हमले बोले और मोदी सरकार से सवाल पूछे। उन्होंने आरोप लगाया कि अडानी विवाद को लेकर जिस तरह राहुल गांधी लगातार संसद में हमलावर हो रहे थे और इस मुद्दे पर जेपीसी गठित न किए जाने का मामला बार-बार उठा रहे थे, उससे भाजपा के भीतर हड़कंप का माहौल था और अदालत के एक फैसले को आधार बनाकर जिस तरह आनन-फानन में राहुल गांधी की सदस्यता खत्म की गई, उससे यह साफ पता चलता है कि भाजपा इस मुद्दे पर बैकफुट पर थी।
राजेंद्र राणा ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करके मोदी सरकार ने देश में लोकतंत्र की आवाज को कुचलने का प्रयास किया है, लेकिन मोदी सरकार अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाएगी, क्योंकि राहुल गांधी द्वारा अपनी भारत जोड़ो यात्रा के साथ-साथ संसद में भी जिस तरह विभिन्न मुद्दों पर भाजपा को कटघरे में खड़ा किया जा रहा था और अडानी मामले पर तीखे सवाल पूछे जा रहे थे, वे सवाल और मुद्दे आज भी प्रासंगिक बने हुए हैं और भाजपा इससे अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता सिर्फ इसलिए समाप्त की गई, ताकि वे संसद में मोदी सरकार को न घेर सकें और न ही सवाल उठा सकें।
राजेंद्र राणा ने कहा कि अपनी भारत छोड़ो यात्रा के दौरान भी राहुल गांधी महंगाई, बेरोजगारी, पुरानी पैंशन, भ्रष्टाचार और ङ्क्षहसा के मुद्दे लगातार उठा रहे थे। इससे भाजपा के भीतर परेशानी का आलम था। देश की जनता का भी भरपूर समर्थन राहुल गांधी को मिल रहा था और राहुल गांधी संसद से सड़क तक आम आदमी के हित की लड़ाई लड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का मकसद देश में लोकतंत्र को बचाना रहा है लेकिन भाजपा सरकार द्वारा राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने का मतलब लोकतंत्र को चोट पहुंचाना और खत्म करना है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि राहुल गांधी देश की आवाज हैं, जो इस तानाशाही के खिलाफ अब और मजबूत होगी। राजेंद्र राणा ने कहा कि राहुल गांधी ने अडानी के भ्रष्टाचार पर कुछ सवाल ही तो उठाए थे, जिनका देश के प्रधानमंत्री को संसद में जवाब देना चाहिए था लेकिन उलटा राहुल गांधी की आवाज बंद करने के लिए उनकी आनन-फानन में संसद सदस्यता समाप्त कर दी गई। देश की जनता छल-कपट वाली अहंकारी सत्ता को पसंद नहीं करती। समय आने पर जनता इसका माकूल जवाब अपने वोट से देगी। प्रैस वार्ता में उनके साथ कांगड़ा बैंक के चेयरमैन कुलदीप सिंह पठानिया, रतन डोगरा, अखिलेश चौधरी और जिला कांग्रेस महासचिव रजत राणा भी मौजूद रहे।
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