हिमाचल प्रदेश

कंप्यूटर में डिग्री धारक वीरेंद्र बने पीएमईजीपी से नौकरी देने वाले

Gulabi Jagat
15 Jun 2022 4:06 PM GMT
कंप्यूटर में डिग्री धारक वीरेंद्र बने पीएमईजीपी से नौकरी देने वाले
x
ऊना। कंप्यूटर एप्लीकेशन में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करने वाले वीरेंद्र कुमार सरकार की योजना प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का लाभ उठाकर आज उद्यमिता की मिसाल बन गए हैं।
वीरेंद्र ने उद्योग विभाग के माध्यम से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत ऊना के औद्योगिक क्षेत्र बसाल में डिस्पोजेबल डोने-पत्तल और टिशू पेपर बनाने का उद्योग स्थापित किया। इस योजना में उन्होंने स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाया और अपने साथ आठ हिमाचलियों को भी रोजगार प्रदान किया है। मूल रूप से बिलासपुर जिला से संबंध रखने वाले वीरेंद्र कुमार कहते हैं कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) उनके लिए वरदान साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि पहली बार उन्हें 25 लाख रुपये का लोन मिला और दूसरी बार पांच लाख रुपये का लोन लिया, जिससे कारोबार को आगे बढ़ाने में काफी मदद मिली।
आज उनका कारोबार अच्छा चल रहा है और प्रति वर्ष लगभग 50 लाख रुपये का कारोबार कर रहे हैं। सह-निदेशक उद्योग विभाग अंशुल धीमान बताते हैं कि इस योजना के तहत एक अप्रैल 2021 से 22 मार्च 2022 तक जिला ऊना में कुल 31 लाभार्थियों को लोन प्रदान किया गया, जिस पर सरकार ने 1.18 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी आवश्यक है। योजना के तहत उद्योग प्रारंभ करने के लिए लाभार्थी का स्वयं का अंशदान होना आवश्यक है। शहरी क्षेत्र तथा ग्रामीण क्षेत्र के सभी नागरिक इस योजना के पात्र हैं। यदि नागरिक पहले से किसी अन्य सब्सिडी योजना का लाभ ले रहा है, तो वह इस योजना का पात्र नहीं होगा।
15-25 प्रतिशत तक सब्सिडी का प्रावधान
पीएमईजीपी योजना के अंतर्गत सामान्य वर्ग के ग्रामीण नागरिकों के लिए गए लोन पर 25 प्रतिशत तथा शहरी क्षेत्र के नागरिकों को 15 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। सभी प्रकार के नए उद्योग को प्रारंभ करने के लिए इस योजना के तहत लोन प्राप्त किया जा सकते हैं। लाभार्थी इस योजना में दोबारा भी आवेदन कर सकता है। दूसरा आवेदन करने पर 15-20 प्रतिशत तक सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
Next Story