हिमाचल प्रदेश

ज्योति हत्याकांड की सच्चाई सामने न आने पर जोगिंद्रनगर में निकाली तिरंगा यात्रा

Shantanu Roy
9 Aug 2022 9:12 AM GMT
ज्योति हत्याकांड की सच्चाई सामने न आने पर जोगिंद्रनगर में निकाली तिरंगा यात्रा
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बड़ी खबर

जोगिंद्रनगर। उपमंडल की भराड़ू पंचायत के गड़ूही गांव के ज्योति प्रकरण को एक साल पूरा होने पर इस हत्याकांड की सच्चाई सामने न आने पर तथा इस केस के दोषियों को पकड़े न जाने पर जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज के आह्वान पर सोमवार को सैंकड़ों लोगों ने जोगिंद्रनगर में धरना देते हुए पूरे बाजार में तिरंगा यात्रा निकाली। कुशाल भारद्वाज ने सैंकड़ों लोगों के हस्ताक्षरों से युक्त ज्ञापन एस.डी.एम. के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा। कुशाल भारद्वाज ने कहा कि एक साल बाद भी पुलिस व राज्य सी.आई.डी. इस केस की सच्चाई सामने नहीं ला पाए हैं। कुशाल भारद्वाज ने कहा कि पुलिस व प्रशासन ने आश्वस्त किया था कि 15-20 दिन के अंदर ही फोरैंसिक जांच रिपोर्ट आ जाएगी तथा उससे पहले ही अन्य साक्ष्य जुटा कर सच्चाई सामने लाई जाएगी। भारद्वाज ने कहा कि यदि पुलिस इस केस की सच्चाई सामने लाने में असमर्थ है तो केस की जांच का जिम्मा किसी और जांच एजैंसी को दिया जाए। जनसभा को कुशाल भारद्वाज, ज्योति की माता सावित्री देवी, पसल संगनेहड़ से बी.डी.सी. सदस्य नीलम वर्मा, टिकरी मुशैहरा पंचायत के प्रधान रविंद्र कुमार, कमांडो नरेश धरवाल, मैन भरोला पंचायत से संजय जम्वाल, किसान सभा रणा रोपा के प्रधान किशन सिंह चौहान, बाग पंडोल किसान सभा के प्रधान प्रताप चंद, किसान सभा की जिला सह सचिव प्रीति ठाकुर, चौंतड़ा जोन की किसान सभा की सह सचिव उर्मिला देवी, मकरीड़ी जोन से मंजू ठाकुर, तलकेहड़ से कृतिका वर्मा, नौहली से मोहन सरवाल, छात्र नेता रोहित व शिवालिका ने भी संबोधित किया।

क्या है मामला
8 अगस्त, 2021 को पति के साथ हुई कहासुनी के बाद देर शाम को ज्योति घर से अचानक कहीं चली गई थी। ज्योति के मायके पक्ष ने भी उसे ढूंढने का प्रयास किया तथा उन्होंने उसकी हत्या की आशंका भी जाहिर की थी। उसके बाद ज्योति के परिजनों ने 26 अगस्त को जोङ्क्षगद्रनगर में प्रदर्शन किया। इस घटना के एक महीने के बाद 7 सितम्बर को ज्योति का क्षत-विक्षत शव घर से कुछ किलोमीटर दूर घने जंगल में मिला था।
अपनी अंतिम सांस तक लड़ती रहूंगी लड़ाई : सावित्री देवी
ज्योति की माता सावित्री देवी ने कहा कि आज मेरी बेटी की मौत को एक वर्ष पूरा हो गया है और मैं इस मौके पर अपनी बच्ची को श्रद्धांजलि देना चाहती हूं। उन्होंने रुआंसे स्वर में कहा कि आने वाली 11 तारीख को कौन मेरे बच्चे के हाथ में राखी बांधेगा। सावित्री देवी ने कहा कि अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए वह इस लड़ाई को अपनी अंतिम सांस तक लड़ती रहेंगी। उन्होंने कहा कि एक ज्योति के लिए ही नहीं मुझे सारी बेटियों के लिए इंसाफ की लड़ाई लडऩी है। सरकार ने तो मेरा भरोसा खत्म कर दिया है, बाहर की एजैंसियों का ही अब सहारा लेना पड़ेगा। मैं स्पैशल एजैंसियों से जांच करवाना चाहती हूं।
ज्योति को न्याय के लिए 12 को हर गांव में जलेंगे दीये व मोमबत्तियां
12 अगस्त की शाम को ज्योति को न्याय के लिए हर गांव में मोमबत्ती व दीये की रोशनी में जलूस व सभाएं की जाएंगी, वहीं 15 अगस्त को किसान सभा के हजारों कार्यकत्र्ता अपने-अपने घरों पर झंडे फ हराते हुए ज्योति को भी श्रद्धांजलि देंगे।
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