हिमाचल प्रदेश

कारोबारियों ने विद्युत नियामक आयोग के सामने रखा सुझाव, उद्योगों में पांच साल तक न बढ़ें बिजली की दरें

Gulabi Jagat
22 Feb 2023 9:27 AM GMT
कारोबारियों ने विद्युत नियामक आयोग के सामने रखा सुझाव, उद्योगों में पांच साल तक न बढ़ें बिजली की दरें
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शिमला
बिजली की दरों में बढ़ोतरी पर मंथन शुरू हो गया है। सलाहकार समिति की बैठक में व्यावसायिक दरों को न बढ़ाने का सुझाव विद्युत नियामक आयोग के पास आया है। हिमाचल के बड़े औद्योगिक घराने आगामी पांच साल तक टैरिफ को नियंत्रित रखने की बात कर रहे हैं। उद्योग जगत की यह प्रतिक्रिया ठीक उस वक्त सामने आई है, जब बिजली बोर्ड ने विद्युत नियामक आयोग को 90 पैसे प्रति यूनिट बिजली की दर बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। दरअसल, मंगलवार को विद्युत नियामक आयोग ने राज्य सलाहकार समिति की बैठक ली है। इस बैठक में उद्योगपतियों ने बिजली के बढ़ते टैरिफ पर चिंता जताई। उन्होंने आह्वान किया कि व्यावसायिक बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी न की जाए। इसके अलावा उन्होंने आईटीसी चार्जेज़ की भी बात कही। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली की व्यवस्था को सुधारने की भी बात रखी। ताजा टैरिफ की बात करें तो व्यावसायिक कनेक्शन पर 5.10 पैसे टैरिफ तय किया गया है।
लघु उद्योग में 20 केवीए तक 4.75 रुपए, मध्य इंडस्ट्री में 51 से 100 केवीए तक 4.60 रुपए और बड़े उद्योगों में 220 केवी से अधिक 4.20 रुपए टैरिफ की दर निर्धारित की गई है। यह टैरिफ बिजली बोर्ड ने बीते साल जुलाई महीने में लागू किया था। अब बिजली बोर्ड ने टैरिफ में बढ़ोतरी का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को दिया है और उद्योग जगत ने टैरिफ में कम से कम पांच साल तक कोई छेड़छाड़ न करने की बात कही है। फिलहाल, बिजली बोर्ड की ओर से सामने आए दरें बढ़ाने के सुझाव पर विद्युत नियामक आयोग ने अब उपभोक्ताओं की राय लेनी शुरू कर दी है। 31 मार्च से पहले तक नई दरों पर फैसला हो जाएगा। इसके बाद अप्रैल महीने से उपभोक्ताओं को बिजली के बिल नई दरों के साथ मिलेंगे।
90 पैसे प्रति यूनिट पर फैसला जल्द
विद्युत नियामक आयोग की सचिव छवि नांटा ने कहा कि राज्य सलाहकार समिति की बैठक हुई है। इस बैठक में बीबीएन और सिरमौर के कालाअंब समेत राज्य भर के अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली की दरों पर चर्चा हुई है। उद्योग जगत ने टैरिफ न बढ़ाने का आह्वान किया है। आगामी पांच साल तक उद्योगपति इसी टैरिफ पर बिजली की सप्लाई चाह रहे हैं। यह अभी तक सुझाव ही है और नियामक आयोग ने कोई भी फैसला नहीं लिया है। भविष्य में 90 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाने समेत अन्य मसलों पर फैसला लिया जाएगा। मार्च महीने में इसे लागू किया जाएगा।
बोर्ड ने दिया प्रस्ताव
बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक पंकज डढवाल ने बताया कि बिजली बोर्ड ने विद्युत नियामक आयोग को 90 पैसे प्रति यूनिट बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। यह फैसला आयोग को करना है। व्यावसायिक और घरेलू दरों को लेकर आगामी सुनवाई में फैसला होना है।
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