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हिमाचल प्रदेश
वोटों के सौदागर पैसा खर्च कर राजनीति को कर रहे दूषित : सतपाल सत्ती
Shantanu Roy
16 Nov 2022 9:44 AM GMT

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बड़ी खबर
चिंतपूर्णी। वोटों के सौदागर पैसा खर्च कर राजनीति को दूषित कर रहे हैं। इन सौदागरों की सक्रियता के चलते कार्यकर्ताओं का अस्तित्व भी खतरे में पड़ गया है जोकि पार्टियों के लिए सेवा भाव से कार्य करते आए हैं। यह कुछ धनाढ्य लोग जैसे-तैसे पैसा इकट्ठा कर क्षेत्र में सेवा नहीं वोटों की मार्कीटिंग कर रहे हैं जोकि समाज के लिए घातक सिद्ध होगा। यह बात वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने मंगलवार को मां चिंतपूर्णी के दरबार में दर्शन करने के पश्चात पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि भाजपा का मुख्य सिद्धांत 1951 से ही विकासवाद व राष्ट्रवाद का रहा है। भाजपा विकास के मुद्दे को लेकर ही आगे बढ़ती है जिससे समाज व देश का विकास होता है। भाजपा की मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में देशभर में रिकॉर्ड विकास करवाया है। सत्ती ने कहा कि कांग्रेस में जो पढ़ता है वह लिखता नहीं और जो लिखता है वह पढ़ता नहीं। घोषणा पत्र में कांग्रेसी नेताओं ने कोई चर्चा नहीं की।
आजाद भारत में अभी तक कोई ऐसा वाकया नहीं है कि नौकरी देने का कैबिनेट नोट तैयार हुआ होगा। नौकरी के अवसर का कैबिनेट नोट बनता है जैसे बल्क ड्रग पार्क भाजपा की डबल इंजन सरकार की कोशिशों से स्वीकृत हुआ। इससे लाखों रोजगार के अवसर बनेंगे। ऐसे अवसर 5 साल में कई बार बने हैं। ओपीएस पर कांग्रेस झूठ बोल रही है। हिमाचल जैसे छोटे पहाड़ी राज्य में अभी एम्स, पीजीआई सैटेलाइट सैंटर व ड्रग पार्क जैसे बड़े प्रोजैक्ट लगाए जा रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी सत्ता हासिल करने के लिए तरह-तरह के शिगूफे छोड़ रही है। सत्ती ने कहा कि ओपीएस तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बंद की थी। क्या कोई कांग्रेसी यह बोलने को तैयार है कि उस समय वीरभद्र सिंह द्वारा लिया गया फैसला गलत था। वीरभद्र सिंह द्वारा लिए गए गलत फैसले को अब ठीक करने जा रहे हैं। कांग्रेसी सरकार द्वारा कर्ज लेने की बात को बड़े जोरशोर से उठाते हैं लेकिन जिस तरह की घोषणाएं ये लोग कर रहे हैं क्या बिना कर्ज लिए यह सब कर पाना संभव है जबकि विकास के लिए केंद्र से कर्ज लेना सीमित संसाधनों के चलते आवश्यक है। पूर्व में कांग्रेस कि प्रदेश सरकार भी कर्ज लेकर ही सरकारें चलाती रही है।
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