हिमाचल प्रदेश

राजधानी शिमला में वेस्ट बोतलों के ढक्कन से बनी 'ग्रेट वॉल' के दीदार के लिए पहुंच रहे देश-विदेश के सैलानी

Shantanu Roy
5 Nov 2021 3:12 PM GMT
राजधानी शिमला में वेस्ट बोतलों के ढक्कन से बनी ग्रेट वॉल के दीदार के लिए पहुंच रहे देश-विदेश के सैलानी
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पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पर्यावरण संरक्षण के लिए बनाई गई ग्रेट वॉल ऑफ शिमला के दीदार के लिए स्थानीय लोगों के अलावा, देश-विदेश के पर्यटकों में खासा उत्साह है.

जनता से रिश्ता। पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पर्यावरण संरक्षण के लिए बनाई गई ग्रेट वॉल ऑफ शिमला के दीदार के लिए स्थानीय लोगों के अलावा, देश-विदेश के पर्यटकों में खासा उत्साह है. करीब 7 दिन पहले बन कर तैयार हुई दीवार के देखने लिए सैलानी काफी संख्या में शिमला के उपनगर पहुंच रहे हैं. अक्सर प्लास्टिक की बोतलों को कबाड़ समझ कर फेंक दिया जाता है और इसका दोबारा इस्तेमाल भी नहीं किया जाता है, लेकिन शिमला के एक निजी होटल ने वेस्ट बोतलों के ढक्कनों का इस्तेमाल कर हिमाचली संस्कृति को उकेर दिया है.

राजधानी शिमला में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए शिमला में एक निजी होटल ऑरचिड ने अनूठी पहल की है. कचरे में पड़ी वेस्ट बोतलों के ढक्कन से एक पूरी दीवार पर हिमाचली संस्कृति को उकेरा गया है. 5 लाख प्लास्टिक की बोतलों के ढक्कन और कार्बन मुक्त रीसाइकल्ड प्लास्टिक का उपयोग करके 275 फीट लंबा और 15 फीट ऊंचाई का सबसे बड़ा भित्ति चित्र बनाया गया है.
इस भित्ति चित्र को होटल के स्टाफ, स्कूली बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और शिमलावासियों द्वारा बनाया गया है. इसे बनाने में करीब चार महीने लगे हैं और 35 लोगों ने बनाया है. इस दीवार को बनाने के लिए बोतलों के ढक्कन शिमला से ही नहीं बाहर से भी लाए गए हैं.
कामथ ग्रूप ने देश में अपने सभी होटलों और कबाड़ियों के अलावा शहर के अन्य होटलों से ये ढक्कन एकत्रित किए और उसे दीवार पर लगाया गया, जिसमें हिमाचल की संस्कृति को दर्शाया गया है. ये वॉल लोगों के साथ ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
होटल का दावा है कि यह एशिया की सबसे बड़ी दीवार है, जिस पर इस तरह की बोतल के ढक्कन से चित्रण किया गया है. इस तरह की वॉल कहीं नही बनाई गई है. बोतल के ढक्कनों से दीवार पर हिमाचली संस्कृति देखने को मिल रही है. दीवार पर नाटी लगाते हुए पहाड़ी लोगों को दर्शाया गया है. इसके अलावा भेड़ बकरी चराते हुए चरवाहे और मंदिरों को दर्शाया गया है.
ऑरचिड होटल ग्रूप के चेयरमैन डॉ. विथल वेंकटेश कामथ ने कहा कि ये दीवार रीसाइकल द्वारा निर्मित एशिया की सबसे बड़ी वॉल है . इसे बनाने में करीब चार महीने लगे हैं. उन्होंने बताया कि इस कार्य में होटल के स्टाफ के अलावा शहर के आम लोगों और स्कूली बच्चों ने सहयोग किया है और वेस्ट कलेक्शन में बढ़ चढ़कर युवाओं ने हिस्सा लिया. जिससे युवा वर्ग में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ती है. इस वॉल को तैयार करने में शिमला होटल एसोसिएशन ने भी सहयोग दिया है.


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