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शिमला: जुलाई से लगातार बारिश व भू-स्खलन से शिक्षा विभाग को करोड़ों का नुकसान हुआ है। प्रदेश के स्कूलों व कालेजों का करोड़ों बारिश बहा ले गई। प्रारंभिक शिक्षा व उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत स्कूलों व कालेजों को अब तक बारिश व भू-स्खलन के चलते 77.34 करोड़ का नुकसान हुआ है। मानसून सीजन के अंत तक यह आंकड़ा काफी बढ़ सकता है। विभाग के अनुसार लगातार जारी बारिश से प्रारंभिक शिक्षा के अंतर्गत आने वाले 164 प्राथमिक व मिडल स्कूलों में अब तक 58.94 करोड़ का नुकसान हुआ है। अभी भी कई प्राथमिक व मिडल स्कूलों से नुकसान की रिपोर्ट आ रही है।
शिक्षा विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो बिलासपुर जिला के 15 स्कूलों में 4.76 करोड़, चंबा के 14 स्कूलों में पांच करोड़ पचास हजार, हमीरपुर के सात स्कूलों में 2.67 करोड़, कांगड़ा के आठ स्कूलों में 3.13 करोड़, कुल्लू के 18 स्कूलों में 6.92 करोड़, किन्नौर के तीन स्कूलों में 37 लाख, जबकि लाहुल स्पीति में बारिश से कोई नुकसान नहीं हुआ है। मंडी के 22 स्कूलों में 7.93 करोड़, शिमला के 20 स्कूलों में 7.36 करोड़, सोलन के 32 स्कूलों में सबसे ज्यादा 11.50 करोड़, सिरमौर के 16 स्कूलों में 6.04 करोड़ व ऊना जिला के नौ स्कूलों में तीन करोड़ 23 लाख का नुकसान हुआ है। -एचडीएम
144 हाई, सेकेंडरी स्कूलों के 11.40 करोड़ गर्क
प्रदेश भर के 144 हाई व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में अब तक 11.40 करोड़ का नुकसान हुआ है। इसमें बिलासपुर के 14 स्कूलों में 96 लाख 90 हजार, चंबा के 13 स्कूलों में 53.25 लाख, हमीरपुर के चार स्कूलों में 20 लाख 24 हजार, कांगड़ा जिला के सात स्कूलों में 59 लाख 66 हजार का नुकसान हुआ है। किन्नौर जिला के तीन स्कूलों में दो लाख 60 हजार, कुल्लू के 22 स्कूलों में 1.67 करोड़, मंडी के छह स्कूलों में 2.71 करोड़, शिमला के 32 स्कूलों में 1.17 करोड़, सिरमौर के छह स्कूलों में 27.50 लाख, सोलन के 34 स्कूलों में 3.15 करोड़ और ऊना जिला के तीन स्कूलों में आठ लाख 10 हजार का नुकसान अब तक हो गया है। इसके अलावा कालेजों में अब तक सात करोड़ का नुकसान हुआ है। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों व कालेजों से प्राप्त नुकसान की रिपोर्ट को कंपाइल करके राजस्व विभाग को भेजा जा रहा है।
अंतिम संस्कार से पहले शव ले गई पुलिस
मेडिकल कालेज में महिला की मौत के बाद स्टाफ ने बिना पोस्टमार्टम परिजनों को सौंप दी थी लाश
दिव्य हिमाचल टीम, गोहर-स्यांज
लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज एवं अस्पताल नेरचौक में तैनात चिकित्सक की लापरवाही का खमियाजा मृतका के घर वालों को भुगतना पड़ा। अस्पताल प्रबंधन को जब अपनी गलती का एहसास हुआ तो उनके हाथ पांव फूल गए। उन्हें अपनी इस गलती सुधारने में पुलिस का सहारा लेना पड़ा। घर से शव यात्रा निकलने ही वाली थी कि पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए नेरचौक अस्पताल ले गई। बता दें छपराहण पंचायत की 22 वर्षिय अनुपमा पत्नी चंदेश जो सीडी को-आपरेटिव सोसायटी की स्यांज शाखा में अंशकालिन पद पर कार्यरत थी और पिछले तीन-चार दिनों से ड्यूटी अपने मायके (स्टेयोगी गांव) से कर रही थी। उसके पिता कश्मीर सिंह ने बताया कि उनकी बेटी दो अगस्त (बुधवार) को रोजमर्रा की तरह अपनी ड्यूटी करने स्यांज चली गई। इसी बीच उसने किसी जहरीली चीज का सेवन कर लिया। स्यांज पहुंचते ही जब उसकी तबीयत खराब हुई, तो उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल गोहर पहुंचाया गया।
अस्पताल में मौजूद चिकित्सक ने मेडिकल कालेज नेरचौक रैफर कर दिया। गुरुवार को दिन भर ठीक रहने के बाद आधी रात उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके चलते शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गई। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने बिना पोस्टमार्टम किए शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने घर पर दाह संस्कार की औपचारिकताएं पूर्ण कर ली। शव यात्रा शुरू हो ही रही थी कि उतने में गोहर पुलिस ने पहुंच कर शव को अपने कब्जे में ले लिया। शुक्रवार दोपहर बाद पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा दिया। शाम को अंतिम संस्कार किया गया। एसएसओ गोहर थाना प्रभारी लाल सिंह ने बताया कि शव को बिना पोस्टमार्टम के ही भेज दिया था, जबकि इस संबंध में एमएलसी कटी हुई थी। नेरचौक मेडिकल कालेज से इस बारे में जब बताया तो फिर शव को वापस ले जाकर पोस्टमार्टम करवाना पड़ा।
मौत को कोई जिम्मेदार नहीं
मृतका के पिता कश्मीर सिंह ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी की मौत को लेकर किसी पर भी कोई शक नहीं है। कश्मीर सिंह ने कहा कि मृतका का पति, जेठ व ससुर तीनों आर्मी में सेवाएं दे रहे है। घर में मौजूद सास व जेठानी सभी के साथ वह अच्छा संबंध बताती रही है।
मंडी की महिला का शव नादौन में ब्यास से बरामद
पुलिस ने ब्यास नदी सेे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा, छानबीन शुरू
कार्यालय संवाददाता-नादौन
उपमंडल नादौन के तहत ब्यास नदी में शुक्रवार को एक महिला का शव बरामद हुआ। महिला का शव नदी के किनारे देखकर क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका की पहचान घुगी देवी पत्नी रेलू राम गांव लोअर घनाला तहसील संधोल जिला मंडी उम्र 75 साल के रूप में हुई है। शुक्रवार सुबह किसी ने ब्यास नदी में महिला के शव को देखकर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी कुलदीप पटियाल अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे और छानबीन आरंभ की। प्रथम दृष्टया में लग रहा है कि यह शव नदी में बहकर यहां तक पहुंचा है। शव किसी बुजुर्ग महिला का है। महिला के एक बाजू पर कंगन के अलावा और कुछ नहीं था। दो दिन पूर्व ही इसी स्थल के दूसरे किनारे पर ज्वालामुखी क्षेत्र में भी एक बुजुर्ग का शव मिला था जिसकी जांच ज्वालामुखी पुलिस कर रही है। नादौन में मिले शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और महिला केे परिजनों को सूचना दे दी गई है।