हिमाचल प्रदेश

बारिश और आंधी में कोई फर्क नहीं, गेहूं की पैदावार ढाई गुना ज्यादा

Admin Delhi 1
25 April 2023 8:50 AM GMT
बारिश और आंधी में कोई फर्क नहीं, गेहूं की पैदावार ढाई गुना ज्यादा
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शिमला न्यूज़: भारी बारिश और आंधी के बावजूद जिला सिरमौर का कृषि विभाग गेहूं उत्पादन में बेहतर साबित हुआ है। पिछले साल एमएसपी के हिसाब से जिले में 17-18 क्विंटल ही गेहूं का उत्पादन हो सका था। वहीं, इस बार 45 से 50 हजार क्विंटल के बीच उपज होने की पूरी संभावना है। इसकी बड़ी वजह कृषि विभाग द्वारा किसानों को सही समय और बेहतर बीज उपलब्ध कराना माना जा रहा है। हालांकि खड़ी फसल पर भारी बारिश का असर उत्पादन का केवल 10 फीसदी ही प्रभावित हो सकता है, लेकिन इस बार उत्पादन पिछले साल की तुलना में ढाई गुना से अधिक होने की उम्मीद है। आंधी और बारिश के कारण गेहूं की ग्रेडिंग में अंतर आ सकता है जिसके लिए किसान पहले से ही तैयार है. बता दें कि जिला सिरमौर में करीब 24000 हेक्टेयर जमीन में गेहूं की खेती होती है। यहां किसानों और कृषि विभाग का सबसे बड़ा दुर्भाग्य कहा जा सकता है कि जो उपजाऊ भूमि बीज गुणन के लिए उपलब्ध थी, उसमें सैकड़ों बीघे जमीन आईआईएम और आईआरबी को चली गई है।

बावजूद इसके इस बार कृषि विभाग द्वारा 7000 हेक्टेयर बीज के लिए रणनीति तैयार की गई है. कृषि विभाग ने इसके लिए किसानों और अपने सरकारी फार्म का चयन कर लिया है। अब यदि विभाग को अपनी पहले की जमीन उपलब्ध होती तो न केवल जिला सिरमौर में गेहूँ का उत्पादन बेहतर होता, बल्कि प्रजनक बीज के गुणन में भी कोई समस्या नहीं होती। गौरतलब हो कि पिछले साल से 36000 क्विंटल, जबकि पिछले साल 17 से 18 क्विंटल ही गेहूं का उत्पादन हो सका था. पिछले साल गेहूं के कम उत्पादन का मुख्य कारण मौसम को माना गया है। पिछले साल अधिक गर्मी के कारण गेहूं समय से पहले ही पक गया था, लेकिन जब समय से पहले गेहूं तैयार हो गया तो उसमें वजन नहीं था। लेकिन इस बार अनुकूल परिस्थितियों और स्थानीय जलवायु के आधार पर तैयार बीज किसानों के निराश चेहरों पर उम्मीद की लौ की तरह चमक रहा है. वहीं जिला सिरमौर कृषि विभाग के उप निदेशक राजेंद्र ठाकुर ने इस खबर की पुष्टि की है.

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